प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए सांसदों के साथ अपने संवाद की मुहिम के तहत बुधवार को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से जुड़े लोकसभा और राज्यसभा के 46 एनडीए सांसदों के साथ आखिरी बैठक कर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव और दोनों राज्यों में इस वर्ष के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की।
सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़- दोनों राज्यों में इस वर्ष के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने दो टूक कहा कि विधानसभा चुनाव जिताना सांसदों की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने दोनों राज्यों के सांसदों को विधानसभा चुनाव में जुटने की नसीहत देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सांसदों की भी जवाबदेही तय होगी। कोई भी सासंद यह सोचकर निश्चिन्त न बैठ जाएं कि यह विधानसभा चुनाव है और इससे उनका क्या लेना-देना है?
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में आने वाली विधानसभाओं में पार्टी को जीत दिलाने के लिए सभी सांसदों को जुट जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर लोकसभा टिकट पर भी पड़ेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं का अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में घर-घर जाकर प्रचार-प्रसार करने की हिदायत देते हुए जनता के बीच जाकर विपक्षी गठबंधन को बेनकाब करने को भी कहा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने विपक्षी गठबंधन के लिए एक बार फिर ‘घमंडिया’ गठबंधन शब्द का प्रयोग करते हुए सांसदों को जनता के बीच जाकर यह बताने को कहा कि किस तरह से यह घमंडिया गठबंधन देश की संसद को नहीं चलने दे रहा है और इसकी वजह से देश का कितना पैसा बर्बाद हो रहा है।
उन्होंने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के साथ-साथ आगामी लोकसभा चुनाव में भी जीतने का दावा किया। बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत मोदी सरकार के कई अन्य मंत्री और दोनों राज्यों से जुड़े एनडीए सांसद मौजूद रहे। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में मिलेट्स से बने व्यंजनों और ग्वालियर के मशहूर लड्डू की व्यवस्था की गई थी।