दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संसद सुरक्षा चूक मामले में कर्नाटक के बागलकोटे शहर से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को हिरासत में लिया है। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

पेशे से इंजीनियर और सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक (DSP) के बेटे साईकृष्ण जगली को बुधवार रात जिला मुख्यालय बागलकोट के विद्यागिरी स्थित उसके घर से पकड़ा गया।

जगली बेंगलुरु में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करता है और मैसूरु निवासी मनोरंजन डी का दोस्त बताया जाता है। जगली पिछले हफ्ते लोकसभा कक्ष में घुसपैठ करने वाले दो घुसपैठियों में से एक था।

सूत्रों ने बताया कि जगली अपने कॉलेज के दिनों में मनोरंजन का ‘रूममेट’ भी था, दोनों छात्रावास में एक ही कमरे में साथ रहते थे। जगली की बहन स्पंदा ने कहा कि दिल्ली पुलिस की एक टीम आई और उसके भाई को अपने साथ ले गई।

स्पंदा ने कहा, ‘‘यह सच है कि दिल्ली पुलिस आई थी। मेरे भाई से पूछताछ की गई। हमने पूछताछ में पूरा सहयोग किया।’’ स्पंदा ने कहा कि उसके भाई ने ‘‘कुछ भी गलत नहीं’’ किया है। उसने कहा, ‘‘मनोरंजन और साईकृष्ण जगली दोनों ‘रूममेट’ थे। वर्तमान में मेरा भाई घर से काम करता है।’’

मामले में गिरफ्तार किए गए छह आरोपी हैं – मैसूर का रहने वाला मनोरंजन डी, लखनऊ का सागर शर्मा, हरियाणा की नीलम, महाराष्ट्र के लातूर का अमोल शिंदे, राजस्थान का महेश कुमावत और पश्चिम बंगाल का ललित झा।

दिल्ली पुलिस ने 13 दिसंबर को हुई संसद भवन में सुरक्षा चूक के मामले में बुधवार को उत्तर प्रदेश के जालौन, उरई से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था। उस व्यक्ति की पहचान 50 वर्षीय अतुल कुलश्रेष्ठ के रूप में हुई है और वह एक सोशल मीडिया पेज/समूह भगत सिंह फैंस क्लब का सदस्य था।

ललित झा की निशानदेही पर जले हुए फोन की बरामदगी के बाद, पुलिस ने पहले से दर्ज एफआईआर में आईपीसी की धारा 201 (सबूत नष्ट करना/साक्ष्य गायब करना) जोड़ने का फैसला किया है।

झा ने संसद के बाहर अमोल और नीलम के विरोध प्रदर्शन का वीडियो बनाने के बाद इसे कई लोगों के साथ शेयर भी किया और उन्हें इसे प्रसारित करने के लिए कहा।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights