टोक्यो ओलंपिक की कांस्य विजेता भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) के रविवार को यहां चीन की ली कियान से क्वार्टर फाइनल में हारने से भारत का मौजूदा पेरिस खेलों में मुक्केबाजी अभियान बिना पदक के समाप्त हो गया।
इस वर्ग की मौजूदा वि चैंपियन लवलीना (26 वषर्) को कड़े मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता 34 साल की ली कियान से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान दोनों मुक्केबाजों को बार-बार ‘क्ंिलचिंग और होल्ड’ करने के लिए चेतावनी दी गई।
लवलीना की हार के साथ ही भारत की मुक्केबाजी में चुनौती भी समाप्त हो गई। निशांत देव शनिवार रात पुरुषों के 71 किग्राक्वार्टर फाइनल से बाहर हो गए थे। भारत ने पेरिस ओलंपिक में छह मुक्केबाज उतारे थे।
इनमें चार महिला और दो पुरुष मुक्केबाज शामिल थे जिसमें से चार तो शुरुआती दौर के मुकाबले हारकर बाहर हो गए थे। लवलीना और चीन की मुक्केबाज के बीच मुकाबला करीबी था। दोनों में से कोई भी पहले हमला करने की इच्छुक नहीं दिख रही थी। एक दूसरे को पकड़ना और जकड़ना मुकाबले के शुरू में ही होने लगा जिसके बाद रैफरी को बार बार दोनों को अलग करना पड़ रहा था।
कियान ने पहले राउंड के आखिर में कुछ शानदार सटीक मुक्के जड़े। बाएं हाथ के शानदार हुक से उन्होंने प्रभावित करते हुए 3-2 की बढ़त बनाई।
दूसरा राउंड भी इसी तरह शुरू हुआ लेकिन कियान के दाएं हाथ के मुक्के सीधे अंक जुटाने के लिए काफी थे जबकि लवलीना को प्रतिद्वंद्वी को ज्यादा पकड़ने के लिए चेतावनी दी गई। कियान को फिर तीन जजों ने ज्यादा अंक दिए। लेकिन इस बार अलग अलग जज ने ज्यादा अंक दिए थे जिससे उन्होंने सिर्फ एक कार्ड में ही एक अंक की बढ़त बनाई हुई थी।
तीसरे राउंड में भी पकड़ना और जकड़ना जारी रहा जिससे दोनों मुक्केबाज थोड़ी थकी दिख रही थीं। लेकिन कियान ने समझदारी से लवलीना को दूर रखा। लवलीना बार बार जवाबी हमलों पर हिट कर रही थीं और इस राउंड को गंवाकर बाहर हो गईं।
असम की लवलीना पिछले साल एशियाई खेलों के फाइनल में भी कियान से 0-5 से हार गई थीं। पर 2023 में वि चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में लवलीना ने कियान को हराया था। हाल में जून में प्री ओलंपिक टूर्नामेंट में लवलीना को इस अनुभवी खिलाड़ी से हार मिली थी।