आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोविंस (IS-K) ने पाकिस्तान में जमीयत उलेमा इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के सम्मेलन में हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले में 54 लोग मारे गए, जिनमें 20 से अधिक नाबालिग हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, आईएस-के की प्रचार शाखा अमाक द्वारा सोमवार देर रात जारी एक बयान में कहा गया कि एक आत्मघाती हमलावर ने रविवार को बाजौर जिले के खार इलाके में हमला किया।
अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक शौकत अब्बास ने सोमवार को मीडिया को बताया कि हमले में कम से कम 83 लोग घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, “मृतकों में से कम से कम 12 की उम्र 12 साल से कम है। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।”
मृतकों में जेयूआई-एफ के खार अमीर जियाउल्लाह, उनके सूचना सचिव मुजाहिद खान और उनका 22 वर्षीय बेटा शामिल थे।
अब्बास ने बताया कि सम्मेलन रविवार दोपहर दो बजे शुरू हुआ और विस्फोट दो घंटे बाद हुआ।
इस बीच, जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) नज़ीर खान ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विस्फोट में 12 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।
खैबर पख्तूनख्वा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहम्मद आजम खान और पेशावर कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सरदार हसन अज़हर हयात खान ने सोमवार को बाजौर का दौरा किया।