(अपडेट) पाकिस्तान के एटम बमों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी अपनी निगरानी में ले : राजनाथ
पाकिस्तान को फिर दी चेतावनी- आतंकवादी संगठनों को पनाह देना बंद करे
नई दिल्ली, 15 मई (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को पूरी दुनिया के सामने सवाल उठाया कि क्या परमाणु हथियार पाकिस्तान के हाथों में सुरक्षित हैं? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु बमों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की निगरानी में लिया जाना चाहिए। उसने पहलगाम में आतंकवादी घटना से भारत के माथे पर चोट पहुंचा कर भारत की सामाजिक एकता को तोड़ने का प्रयास किया। उसने भारत के माथे पर वार किया, तो हमने उनकी छाती पर घाव दिए हैं। पाकिस्तान के जख्मों का इलाज इसी बात में है कि वह आतंकवादी संगठनों को पनाह देना बंद करे, भारत के खिलाफ अपनी जमीन का इस्तेमाल न होने दे।
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के स्थगित होने के बाद रक्षा मंत्री का यह पहला श्रीनगर दौरा है। वे ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के दौरान हुई सैन्य कार्रवाई पर सैनिकों के प्रति आभार जताने यहां पहुंचे हैं। श्रीनगर के बादामी बाग कैंट में भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं आपकी उस ऊर्जा को महसूस करने आया हूं, जिसने दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर दिया। आपने जिस तरीके से सीमा पार पाकिस्तान की चौकियों और बंकरों को ध्वस्त किया, दुश्मन उसे कभी भूल नहीं पायेगा। आपने देखा होगा कि आमतौर पर लोग जोश में होश खो देते हैं, लेकिन आपने जोश भी रखा, होश भी रखा और सूझबूझ के साथ दुश्मन के ठिकानों को बर्बाद किया।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में उस एक-एक जवान की आंखों में देखा गया सपना था कि हर आतंकी ठिकाना, चाहे वो घाटियों में छुपा हो या बंकरों में दबा हो, हम वहां पहुंचेंगे और दुश्मन की छाती चीरकर उन आतंकी ठिकानों को खत्म करके ही लौटेंगे। उन्होंने सैनिकों को याद दिलाया कि लगभग इक्कीस साल पहले अटलजी के सामने इसी पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में घोषणा की थी अब उनकी धरती से आतंकवाद एक्सपोर्ट नहीं किया जाएगा। मगर पाकिस्तान ने भारत को धोखा दिया और आज भी धोखा दिए जा रहा है। इसका खामियाजा अब उसे भारी कीमत अदा करके भुगतना पड़ रहा है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की कामयाबी ने पाकिस्तान में छिपे आतंकी संगठनों और उनके आकाओं को भी यह साफ-साफ बता दिया है कि वो कहीं भी अपने आप को सुरक्षित न समझें। अब वे भारतीय सेनाओं के निशाने पर हैं। दुनिया जानती है कि हमारी सेनाओं का निशाना अचूक है और वो जब वो निशाना लगाते हैं, तो गिनती करने का काम दुश्मनों पर छोड़ देते हैं। आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिज्ञा कितनी कठोर है कि हमने उनके न्यूक्लियर ब्लैकमेल की भी परवाह नहीं की है। पूरी दुनिया ने देखा है कि कैसे गैर जिम्मेदाराना तरीके से पाकिस्तान ने भारत को अनेक बार एटमी धमकियां दी गईं हैं।
उन्होंने कहा कि आज श्रीनगर की धरती से मैं पूरी दुनिया के सामने सवाल उठाना चाहता हूं कि क्या ऐसे गैर जिम्मेदार और दुष्ट राष्ट्र के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? मैं मानता हूं कि पाकिस्तान के एटमी हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की निगरानी में लिया जाना चाहिए। आतंकियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर हमारे निर्दोष लोगों को मारा। उसके बाद आपने जो जवाब दिया, उसे पूरी दुनिया ने देखा। आतंकियों ने भारतीयों को धर्म देखकर मारा, तो हमने आतंकियों को उनका कर्म देखकर मारा। उन्होंने धर्म देखकर बेगुनाहों की जान ली, यह पाकिस्तान का कर्म था। हमने कर्म देखकर उनका खात्मा किया, यह हमारा भारतीय धर्म था।
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