ओडिशा के बालासोर जिले में देवी दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान निर्धारित समय के बाद डीजे बजाने को लेकर पुलिस और लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प में कम से कम पांच लोग घायल हो गए।
बुधवार को हुई हिंसा में कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं हैं। जब मौज-मस्ती कर रहे लोगों को तेज म्यूजिक बंद करने के लिए कहा गया, तो गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस वजह से पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बालासोर जिला कलेक्टर ने पहले पूजा समितियों को विसर्जन के दौरान रात 12 बजे तक डीजे संगीत बजाने की अनुमति दी थी। हालांकि, कलेक्टर के आदेश की अवहेलना करते हुए रात 12 बजे के बाद भी संगीत बजाया जाता रहा, जिससे स्थानीय लोगों और बीमार लोगों को परेशानी हुई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें डीजे बॉक्स की तेज आवाज की शिकायत मिली थी। कई स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सिनेमा चौक से कॉलेज स्क्वायर तक स्थित जिला मुख्यालय अस्पताल के पास डीजे बजाने को रोकने के लिए पुलिस से मदद भी मांगी।”
बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और पूजा समितियों के सदस्यों से साउंड बॉक्स बंद करने को कहा। इससे भीड़ भड़क गई और पुलिस बल पर पथराव शुरू कर दिया।
सूचना मिलने पर बालासोर की एसपी सागरिका नाथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचीं और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज भी किया।
घटना के बाद, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बालासोर के सिनेमा चौक, मोतीगंज, मंडल बाजार और बाराबती इलाकों में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। बालासोर पुलिस ने पथराव में शामिल होने के आरोप में पांच लोगों को हिरासत में लिया है।
इस बीच, उसी दिन भुवनेश्वर में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई। रसूलगढ़ में मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान विरोधी गुट के लोगों द्वारा तलवार से किए गए हमले में दो भाई-बहन समेत तीन लोग घायल हो गए।