जिस तरह से अफगानिस्तान ने अपने पिछले मैच में विश्व चैंपियन इंग्लैंड को हराकर बड़ा उलटफेर किया, उससे यह टीम पूरे आत्मविश्वास के साथ बुधवार को अपना चौथा मैच खेलने उतरेगी। अफगानिस्तान को पिछले दो विश्व कप में सिर्फ एक बार मैच में जीत नसीब हुई थी लेकिन उसे कभी भी बेहद कमजोर टीम के रूप में नहीं माना गया।

एमए चिदंबरम स्टेडियम में भारत ने अपना पहला मुकाबला आस्ट्रेलिया के साथ जीत लिया था, उसके बाद अब अफगानिस्तान के यहां खेलने से दशर्कों के बीच अचानक ही दिलचस्पी बढ़ गई है। इस मैच को लेकर तीन दिन पहले तक बहुत ज्यादा उत्साह नहीं था क्योंकि तब माना जा रहा था कि न्यूजीलैंड की टीम आसानी से अफगानियों को हरा देगी पर जिस तरह से इंग्लैंड को शिकस्त मिली है उससे अफगानियों के प्रति क्रिकेट प्रेमियों की दिलचस्पी और भी ज्यादा बढ़ गई है। हालांकि यह बात भी सही है कि अफगानिस्तान को हमेशा ही जुझारू टीम के रूप में देखा गया है। विश्व कप में उसके खेले गए मुकाबलों में से स्कॉटलैंड और अब इंग्लैंड के खिलाफ है मात्र दो जीत दर्ज है। विश्व कप के इस संस्करण में निचली रैंकिंग वाली टीमों में से अफगानिस्तान का क्रेज बढ़ चुका है।

दोनों ही टीमों ने मंगलवार को चेपॉक में अभ्यास कर अपनी तैयारी को अंतिम रूप दिया। हालांकि अफगानिस्तान को इस बात का थोड़ा मलाल रहेगा कि उसे फ्लडलाइट के नीचे अभ्यास का मौका नहीं मिला। फिर भी जिस तरह से उसने दिल्ली में जीत दर्ज की उससे खिलाड़ियों में न्यूजीलैंड को भी देख लेने की गजब की हिम्मत पैदा हुई है। अफगानिस्तान वाले जानते हैं कि उनको पिछले दोनों मुकाबलों में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। 2015 और 2019 के विश्व कप में न्यूजीलैंड ने इस टीम को हराया था। अब उसकी कोशिश लगातार तीसरी जीत दर्ज करने की होगी। इसी तरह अफगानिस्तान भी कीवियों के खिलाफ पहली जीत दर्ज करने के लिए एडी चोटी एक कर देगी।

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों ही इस समय फार्म में हैं। उसने भी विश्व कप की शुरु आती मैच में इंग्लैंड को झटका देकर अब तक का सफर तय किया है। इस काम में ओपनर डेवोन कॉन्वे के अलावा रचिन रविंद्र और डेरिल मिशेल ने अपना काम बखूबी निभाया है। औपचारिक कप्तान केन विलियमसन एक बार फिर से चोटिल होने की वजह से बाहर हैं। उनकी जगह कप्तानी कर रहे टॉम लाथम ने भी अपनी एकमात्र पारी में पचासा जड़ा है। इसी तरह गेंदबाजी में मिशेल सेंटनर के साथ मैट हेनरी और पिछले मैच के हीरो लॉकी फर्गुसन भी टीम के लिए शानदार प्रदशर्न कर रहे हैं।

दूसरी ओर अफगानिस्तान के लिए रहमानुल्लाह गुरबाज ने तीनों पारियों में उपयोगी योगदान दिया है। इसके अलावा कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी, अजमतुल्लाह ओमारजाई और इकराम अलिखिल से न्यूजीलैंड को संभलकर खेलना होगा। राशिद खान को दुनिया भर की लीग क्रिकेट खेलने का अनुभव है और वह गेंदबाजी में टीम की बड़ी उम्मीद हैं। साथ ही मोहम्मद नबी, मुजीब उर रहमान और नवीन उल हक से अपेक्षा के अनुरूप उम्मीद पूरी नहीं हो सकी है, पर ये सभी मिलकर न्यूजीलैंड को कड़ी टक्कर देने की काबिलियत रखते हैं। चेन्नई में अफगानिस्तान जहां पहली बार खेलेगा वही न्यूजीलैंड इससे पहले पांच मैचों में दो बार मैच जीता है।

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