कांग्रेस नेता अजय कुमार ने ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा’ (नीट)-स्नातक में कथित अनियमिताओं को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) में 25 से भी कम स्थायी कर्मचारी हैं, लेकिन वह दो दर्जन से अधिक परीक्षाएं आयोजित कर रही है।
कांग्रेस की ओडिशा, पुडुचेरी और तमिलनाडु इकाई के प्रभारी कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्र ने एनटीए को इन प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन के लिए आदेश देकर इनके साथ एक तरह से जुआ खेला है।
उन्होंने दावा किया, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी में विभिन्न विभागों से प्रतिनियुक्ति पर लगभग एक दर्जन कर्मचारी और कुछ संविदा कर्मचारी हैं। अपर्याप्त विशेषज्ञों के कारण, एनटीए ने पेपर सेटिंग, पेपर वितरण और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल कार्य को निजी प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाताओं और बाहरी विशेषज्ञों को सौंपा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की कार्यप्रणाली छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने पांच मई को ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा’ (नीट)-स्नातक आयोजित की थी, जिसमें एमबीबीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए करीब 24 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। इस परीक्षा के परिणाम चार जून को घोषित किए गए, लेकिन उसके बाद बिहार समेत कई राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने के अलावा अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे।