उत्तर कोरिया ने आज (सोमवार) सुबह अपने पूर्वी जल क्षेत्र की ओर कम दूरी की कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। दक्षिण कोरिया और जापान ने यह जानकारी दी।
ये मिसाइलें दक्षिण कोरिया-अमेरिका के सैन्य अभ्यास के खत्म होने के बाद दागी गयी हैं जिन्हें उत्तर कोरिया आक्रमण का अभ्यास बताता है।
यह करीब एक महीने में उत्तर कोरिया की पहली मिसाइल परीक्षण गतिविधि हैं।
विशेषज्ञों ने पहले अनुमान जताया था कि अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के मद्देनजर उत्तर कोरिया अपना मिसाइल परीक्षण तेज करेगा।
जापान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उत्तर कोरिया ने तीन मिसाइलें दागीं जिनमें से दो मिसाइलें एक साथ सुबह 7:44 मिनट पर और दूसरी करीब 37 मिनट बाद छोड़ी।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने संसद के एक सत्र में कहा कि उत्तर कोरिया की मिसाइलें कोरिया प्रायद्वीप और जापान के बीच के जल क्षेत्र में गिरीं तथा इनसे कोई नुकसान होने या किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
किशिदा ने उत्तर कोरिया द्वारा बार-बार बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण करने की निंदा करते हुए उन्हें ‘‘जापान, इस क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय समाज की शांति व सुरक्षा को खतरे में डालने’’ वाला कृत्य बताया।
उन्होंने कहा कि जापान, उत्तर कोरिया की परीक्षण गतिविधियों का कड़ा विरोध करता है।
उन्होंने कहा कि ये गतिविधियां संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है जिसने उत्तर कोरिया को किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधि में शामिल होने से प्रतिबंधित किया हुआ है।
दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि उसने भी सोमवार सुबह उत्तर कोरिया की ओर से संदिग्ध रूप से कम दूरी की ‘‘कई’’बैलिस्टिक मिसाइलों के दागे जाने का पता लगाया है।
अमेरिका के विदेश विभाग ने इन परीक्षणों की निंदा करते हुए कहा कि ये उत्तर कोरिया के पड़ोसियों और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।
उसने एक बयान में कहा कि अमेरिका की दक्षिण कोरिया तथा जापान की रक्षा करने की प्रतिबद्धता अटल है।