उत्तर कोरिया की मीडिया के अनुसार, ह्वासल-1 रा-3 रणनीतिक क्रूज मिसाइल के लिए डिजाइन किए गए एक सुपर-लॉर्ज वॉरहेड का शक्ति परीक्षण किया गया। साथ ही प्योलजी-1-2 विमान भेदी मिसाइल का परीक्षण लॉन्च किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, परीक्षण प्रक्षेपण के माध्यम से एक निश्चित लक्ष्य हासिल किया गया। शुक्रवार के परीक्षण उत्तर कोरिया की नियमित सैन्य गतिविधियों का हिस्सा थे और इसका आसपास की स्थिति से कोई लेना-देना नहीं था।
संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव उत्तर कोरिया को किसी भी रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण करने से रोकते हैं, जिनमें से कुछ परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। क्रूज़ मिसाइलों के परीक्षण प्योंगयांग पर प्रतिबंधों के अधीन नहीं हैं।
हालांकि, ऐसे हथियारों का उपयोग परमाणु हथियार (वॉरहेड) पहुंचाने के लिए भी किया जा सकता है।
उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम से कोरियाई प्रायद्वीप पर तनाव एक बार फिर काफी बढ गया है।
बीते दो वर्षों में प्योंगयांग द्वारा परमाणु-सक्षम मिसाइलों के कई परीक्षणों के जवाब में, अमेरिका और द. कोरिया ने संयुक्त युद्धाभ्यास सहित अपने सैन्य सहयोग को बढा दिया है।