दलित छात्र को अवैध हिरासत में रखकर यूरिन पिलाने के मामले में पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज हुआ है।
बीटा-दो थाना क्षेत्र में विधि स्नातक (एलएलबी) के एक दलित छात्र की शिकायत पर तत्कालीन थाना प्रभारी सहित 10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ उससे मारपीट करने तथा अवैध रूप से हिरासत में रखने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि अलीगढ़ जिला निवासी एलएलबी के छात्र जितेंद्र उर्फ जीतू के खिलाफ एक महिला ने उसके स्पा सेंटर में आकर ब्लैकमेल करने तथा रंगदारी वसूलने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। महिला की शिकायत पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था।
प्रवक्ता ने बताया कि जमानत पर आने के बाद जीतू ने पुलिस पर उसे अवैध रूप से हिरासत में रखने और उसके साथ मारपीट करने तथा उसे जबरन मूत्र पिलाने का आरोप लगाया।
छात्र ने बताया कि उसने अपने मोबाइल फोन के हिडन (गुप्त) कैमरे से घटना की तस्वीरें ले लीं।
उन्होंने बताया कि छात्र की शिकायत पर बीटा-दो के तत्कालीन थाना प्रभारी अनिल राजपूत, एच्क्षर चौक के तत्कालीन चौकी प्रभारी अनुज कुमार राणा, परी चौक के चौकी प्रभारी देवेंद्र राठी सहित 10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
बताया जाता है कि छात्र काफी दिनों से पुलिस अधिकारियों से कार्रवाई करने की मांग कर रहा था। लेकिन कार्रवाई नहीं होने से परेशान छात्र लखनऊ पहुंचा तथा आत्मदाह करने की कोशिश की। उसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार के आला अधिकारी हरकत में आए तथा उनके आदेश पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ बीटा-दो थाने में मारपीट तथा अवैध रूप से हिरासत में रखने सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं एवं अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।