राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े पटना फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में कथित संलिप्तता के लिए एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के चकिया शहर के निवासी शाहिद रेजा के रूप में की गई है। एनआईए ने शाहिद को शनिवार को गिरफ्तार किया था। इसी के साथ इस मामले में एनआईए द्वारा कुल गिरफ्तारियां 16 हो गईं हैं। अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी व्यक्तियों ने देश में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश रची थी।
शाहिद को एनआईए ने पूछताछ के दौरान एक अन्य आरोपी मोहम्मद याकूब खान उर्फ सुल्तान द्वारा किए गए खुलासे के आधार पर गिरफ्तार किया है। एनआईए ने शाहिद के घर से एक पिस्तौल, गोला-बारूद, एक तलवार और दो चाकू भी जब्त किए हैं। शाहिद को हथियार याकूब खान ने मुहैया कराए थे।
एनआईए पीएफआई की गैरकानूनी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों से संबंधित मामले में व्यापक जांच कर रही है। एनआईए ने इससे पहले इस मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया था और प्रतिबंधित संगठन से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख भी जब्त किए थे।
आरोपी पीएफआई के गैरकानूनी और हिंसक एजेंडे और गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा था और इस मामले में हिंसक आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए पीएफआई सदस्यों/आरोपी व्यक्तियों को विदेशों से अवैध धन मुहैया करा रहा था।
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 7 जनवरी को एनआईए ने चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, इसके बाद 3 अगस्त को चार और आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी।
विशेष एनआईए अदालत में मोहम्मद तनवीर, मोहम्मद आबिद, मोहम्मद बिलाल और मोहम्मद इरशाद आलम के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की गई थी। ये सभी पीएफआई की विचारधारा का प्रचार करने और हथियारों और गोला-बारूद की व्यवस्था करके आपराधिक कृत्यों की योजना बनाने में लगे हुए थे।
मामला शुरू में 12 जुलाई 2022 को पटना के फुलवारी शरीफ पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। इसे 22 जुलाई 2022 को एनआईए द्वारा फिर से पंजीकृत किया गया था।