एनएचएआई ने दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर पर पौधरोपण अभियान का आयोजन किया
नई दिल्ली, 14 जून (हि.स.)। बुनियादी ढांचे में सुधार के साथ पर्यावरण स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में काठा टोल प्लाजा पर दिल्ली-देहरादून आर्थिक कॉरिडोर में वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया गया। ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान मनाते हुए इस पहल का लक्ष्य दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर में लगभग 40,000 वृक्ष लगाना है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव वी. उमाशंकर ने वृक्षारोपण अभियान का पहला पौधा लगाया।
एनएचएआई के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव के साथ एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारीगण, जिनमें विशाल चौहान, सदस्य (प्रशासन), आलोक दीपांकर, सदस्य (तकनीकी), मोहम्मद सफी, क्षेत्रीय अधिकारी (दिल्ली), विशाल गुप्ता, क्षेत्रीय अधिकारी (उत्तराखंड) तथा नरेन्द्र सिंह, परियोजना निदेशक (पीआईयू बागपत) ने इस अभियान में भाग लिया तथा वृक्षारोपण किया।
इस अभियान में स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। इसमें बागपत की जिला मजिस्ट्रेट अस्मिता लाल, पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार राय, उप-विभागीय मजिस्ट्रेट अविनाश त्रिपाठी और अन्य जिला अधिकारी शामिल थे। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने भी पर्यावरण स्थिरता का संदेश फैलाने के लिए पौधे लगाए।
दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर दिल्ली और उत्तराखंड के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा। कॉरिडोर के किनारे लगभग 40,000 वृक्ष लगाने से क्षेत्र को कई पारिस्थितिक लाभ मिलेंगे जैसे कि बेहतर वायु गुणवत्ता, मिट्टी का कटाव कम होना और जैव विविधता में वृद्धि। पर्यावरण स्थिरता और बुनियादी ढांचे के विकास दोनों पर यह दोहरा ध्यान दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर को हरित बुनियादी ढांचे के अग्रणी उदाहरण के रूप में स्थापित करेगा। यह पूरे देश में हरित विकास के लिए एक नया मानक स्थापित करेगा।
‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ पहल के उपलक्ष्य में, एनएचएआई ने देश भर में राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे 5,12,000 से अधिक वृक्ष लगाए हैं। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे सामूहिक रूप से वृक्षारोपण करना है, ताकि विभिन्न हितधारकों को शामिल करके एक हरित और टिकाऊ राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क बनाया जा सके।
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