संसद में एनडीए की बैठक के दौरान राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) प्रमुख जयंत चौधरी के बैठने को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया है। मंच पर जगह नहीं मिलने पर समाजवादी पार्टी ने रालोद का मजाक उड़ाया। एनडीए बैठक की तस्वीरों में पीएम मोदी के साथ मंच पर एनडीए के कई सहयोगी दल बैठे दिखे, लेकिन आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी गायब थे। जयंत को एनडीए के निर्वाचित सदस्यों के बीच एक सीट दी गई।
मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और अनुप्रिया पटेल सहित एनडीए के सभी प्रमुख दलों के नेता बैठे थे। साथ ही पवन कल्याण, अमित शाह, जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह भी मंच पर रहे। हालांकि, यूपी में दो सीटें जीतने वाली राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी को मंच पर नहीं, बल्कि आगे की कतार में जगह दी गई।
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर जयंत चौधरी की ये तस्वीरें शेयर करते हुए उनका मजाक उड़ाया, ‘आरएलडी पार्टी प्रमुख जयंत चौधरी को दो सीटें होने के बावजूद मंच पर जगह नहीं दी गई, जबकि एक-एक सीट वाली पार्टियों के नेताओं को मंच पर बैठाया गया।” सपा नेता ने कहा कि भाजपा की जाट समुदाय के प्रति नफरत और स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह और चौधरी अजित सिंह के प्रति झूठा सम्मान उजागर हो गया है। अगर जयंत चौधरी सच में किसान हितैषी नेता हैं तो उन्हें एनडीए से दूरी बना लेनी चाहिए और किसानों के हितों के लिए बीजेपी के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। उन्हें भाजपा के साथ छोटे-छोटे प्रलोभनों के लिए अपने स्वाभिमान और किसान हितों का सौदा नहीं करना चाहिए।
हाल के लोकसभा चुनावों में, जयंत चौधरी की आरएलडी ने यूपी में दो सीटें, बिजनौर और बागपत जीतीं। दूसरी ओर, अनुप्रिया पटेल की अपना दल (सोनेलाल) और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के एक-एक सांसद हैं। इन दोनों को मंच पर जगह दी गई थी। एक्स पर एक यूजर ने लिखा कि लेकिन RLD अध्यक्ष जिनके 2 सांसद 10 विधायक हैं जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं! अगर सहयोगी दलों के साथ ये ही व्यवहार रहा तो NDA सरकार पूरे 5 साल नहीं चल पायेगी!