एवीए गठबंधन में शामिल शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सत्ता में वापसी पर भरोसा जताते हुए दावा किया कि उद्धव ठाकरे फिर से मुख्यमंत्री बनने वाले हैं।
अनिल परब का ये बयान एनसीपी प्रमुख शरद पवार के उस बयान के बाद आया है जिसमें जयंत पाटिल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के संकेत के बाद आया है। यानी सीट शेयरिंग ही नहीं एवीए गठबंधन में सीएम फेस को लेकर बात बनने के बजाय बिगड़ती नजर आ रही है।
बता दें उम्मीदवारों म्मीवारों और चुनावी रणनीति पर चर्चा करने के लिए शिवसेना (यूबीटी) वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों और संभावित उम्मीदवारों के साथ बैठक की। इस अहम बैठक में उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी और शिवसेना (यूबीटी) विधायक परब ने जोर देते हुए कहा “एमवीए को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता और उद्धव साहब मुख्यमंत्री बनेंगे।” उन्होंने यह भी खुलासा किया कि शिवसेना (यूबीटी) के एक युवा नेता वरुण सरदेसाई बांद्रा ईस्ट से पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
शिवसेना (यूबीटी) वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों और संभावित उम्मीदवारों के साथ बैठक में आदित्य ठाकरे, अनिल देसाई और संजय राउत उन प्रमुख हस्तियों में शामिल थे जिन्होंने चुनाव प्रचार और नामांकन पत्र दाखिल करते समय बरती जाने वाली सावधानियों पर मार्गदर्शन दिया।
वहीं कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने एमवीए गठबंधन के भीतर चल रही चर्चाओं पर खुलासा किया गया कि इसके सदस्यों के बीच 20 से 25 सीटों को लेकर प्रतिस्पर्धा चल रही है। उन्होंने कहा कि इन विवादित सीटों की सूची समाधान के लिए प्रत्येक पार्टी के नेतृत्व को भेजी जाएगी।
पटोले के बयान एमवीए भागीदारों के बीच सीट-बंटवारे की बातचीत के एक महत्वपूर्ण चरण के दौरान आए, जिसमें गठबंधन की राजनीति की जटिलताओं को रेखांकित किया गया। उन्होंने गुरुवार को हुई एक निर्णायक बैठक के बारे में जानकारी साझा की, जिसमें सकारात्मक चर्चाओं का संकेत दिया गया, फिर भी मुंबई की तीन सीटों पर अनसुलझे मुद्दों को स्वीकार किया गया। पटोले ने एमवीए सहयोगियों के बीच एक सामूहिक इच्छा व्यक्त की कि सभी 288 सीटों के लिए एक साथ उम्मीदवारों की घोषणा की जाए।