वाराणसी के दशाश्वमेध मोहल्ले में हाल ही में एक विवादित घटना घटित हुई। इस घटना में विकास नामक एक हिंदू नेता ने 10-15 मुस्लिम युवकों को चाय की दुकान से बाहर निकाल दिया। विकास, जो काशी गंगा आरती संगठन के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और आरएसएस के सदस्य भी हैं, ने युवकों के नाम पूछे और जब उन्होंने अपने नाम बताए, तो उन पर लव जिहाद करने का आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ये युवक महिलाओं और युवतियों की “रेकी” कर रहे हैं और उनके खिलाफ असभ्य टिप्पणियाँ कर रहे हैं। विकास ने युवकों को चेतावनी दी कि वे इस इलाके में आने से बचें। विकास ने इस संबंध में दो वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए, लेकिन इस मामले में अभी तक किसी भी व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत नहीं की है।
पहले वीडियो में विकास ने युवकों से नाम पूछते हुए अपने विचार साझा किए। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि मदनपुरा जैसा मोहल्ला जिसमें विद्युत संबंधी अच्छी सुविधाएँ हैं, वहां चाय की दुकानें क्यों नहीं हैं। जबकि उनकी बहनें बृहस्पति मंदिर पर आकर समय बिताती हैं। उन्होंने यह कहा कि यह एक साजिश है और उन्होंने युवकों को उन क्षेत्रों से बाहर जाने के लिए कहा जहां हिंदू युवा लड़कियां पढ़ती हैं। उनका यह मानना है कि इन युवकों का उद्देश्य हिंदू लड़कियों को प्रभावित करना है और इसीलिए उन्होंने लोगों से निवेदन किया कि वे ऐसे लोगों को अपनी उपस्थिति में रखने से बचें।
दूसरे वीडियो में उन्होंने फिर से वहां मौजूद लोगों के नाम पूछे, जिनका नाम साकिब और आरिफ था। उन्होंने यह भी बताया कि ये युवक चाय पीने के बहाने यहां कैसे आते हैं और इसके पीछे उनका क्या मंतव्य होता है। विकास ने यह स्पष्ट किया कि उनकी यह स्थिति अस्वीकार्य है और उन्होंने वहां खड़े लोगों से निवेदन किया कि वे ऐसे लोगों को वहां ना आने दें। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को इन युवकों की गतिविधियों पर संदेह हो, तो उसे स्पष्ट रूप से अपनी आवाज उठानी चाहिए।
वाराणसी में पिछले कुछ समय से इस प्रकार की घटनाओं की वारदातें बढ़ती जा रही हैं। एक अज्ञात नाबालिग के साथ 29 अप्रैल को धर्म पूछकर मारपीट की गई थी, जिसमें कई लोगों ने उसकी पिटाई की थी। इस घटना को लेकर नाबालिग के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच ATS को सौंप दी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने लापरवाही बरतने के आरोप में दशाश्वमेध थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है।
दूसरी ओर, आगरा में हाल ही में एक ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यहां दो युवक ने शोरूम में घुसकर ज्वेलरी और पैसे लूटने का प्रयास किया। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को इस बात की चिंता है कि ऐसे घटनाओं को कैसे रोका जाए ताकि समाज में शांति बनी रहे। इस तरह के मामलों में प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि लोगों का विश्वास बना रहे और समाज में सुरक्षा की भावना स्थापित हो सके।