महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के मामले में स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को मुंबई पुलिस कामरा के निवास स्थान पर पहुंची, जहाँ कामरा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्ववर्ती ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस जिस पते पर आई है वह पिछले दस वर्षों से उनका निवास स्थान नहीं है, और यह समय और सार्वजनिक संसाधनों की बर्बादी है। इस बीच, उनके खिलाफ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में तीन नए मामले दर्ज किए गए हैं।
इन मामलों की शुरुआत जलगांव की मेयर द्वारा की गई शिकायत से हुई, और इसके बाद नासिक के दो अलग-अलग व्यापारियों ने भी अपने स्तर पर रिपोर्ट दर्ज करवाई। मुंबई पुलिस ने कामरा को उनकी भड़काऊ टिप्पणियों के लिए पूछताछ के लिए दो समन जारी किए हैं। वहीं, महाराष्ट्र विधान परिषद में भी कामरा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस स्वीकार कर लिया गया है। इसके तहत पुलिस ने 31 मार्च को कामरा को पूछताछ के लिए बुलाया है।
कुणाल कामरा ने अपने शो में एकनाथ शिंदे को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने पैरोडी गाना पेश किया था, जिसमें शिंदे को “गद्दार” के रूप में संबोधित किया गया। इस पैरोडी गाने में उन्होंने शिवसेना और एनसीपी के बीच के विभाजन का भी मजाक उड़ाया था। कामरा का यह वीडियो सार्वजनिक होते ही शिवसेना के शिंदे गुट के समर्थकों ने मुंबई के खार क्षेत्र में स्थित हैबिटेट कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ शुरू कर दी थी। इस घटना के बाद, एकनाथ शिंदे ने कामरा पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं, बल्कि किसी के खिलाफ काम करने का प्रयास है।
इस बीच, कामरा ने टी-सीरीज से मिले कॉपीराइट नोटिस का भी सामना किया है। उन्होंने एक पैरोडी गाने में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर टिप्पणी करते हुए गीत गाया था जिसे टी-सीरीज ने अधिकारों का उल्लंघन मानते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है। कामरा का यह आरोप है कि यूट्यूब ने उनके दूसरे स्टैंड-अप कॉमेडी वीडियो “नया भारत” को भी कॉपीराइट उल्लंघन के आधार पर ब्लॉक कर दिया है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है।
हाल ही में हुई घटनाओं ने कामरा के खिलाफ चल रहे मामले को और अधिक जटिल बना दिया है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से कहा गया है कि उनकी कॉल रिकॉर्डिंग और वित्तीय संतुलन की जांच की जाएगी ताकि इस पूरे प्रकरण के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके। इस संदर्भ में, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की टीम ने भी यूनीकॉन्टिनेंटल होटल पर कार्रवाई की है, जहाँ तोड़फोड़ हुई थी। शिवसेना के कार्यकर्ताओं पर भी इस मामले में FIR दर्ज की गई है।
ये सभी घटनाएँ मनोरंजन और राजनीतिक धारा में नई बहस को जन्म देती हैं, जहाँ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाए रखना एक चुनौती बनता जा रहा है। कामरा ने स्पष्ट किया है कि वे अपनी टिप्पणियों के लिए माफी नहीं मांगेंगे, और अगर अदालत की ओर से आदेश आता है, तभी ऐसा करने पर विचार करेंगे। इस पूरे मामले में आगे आने वाले दिनों में और भी अपडेट्स सामने आ सकते हैं।