मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अग्निवीर योजना की तैयारी करने वाले युवाओं को प्रशिक्षण देने का ऐलान किया है।
मुरैना में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को देशभक्ति के लिए प्रेरित करने और सेना में नई ऊर्जा लाने के लिए अग्निवीर योजना शुरू की। इसमें प्रदेश के युवाओं को चयनित कराने के लिए प्रति बैच 360 घंटे का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रशिक्षण में युवाओं को गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान और सामान्य अध्ययन जैसे विषयों की कोचिंग दी जाएगी। इससे युवाओं को अग्निवीर योजना में चयन में मदद मिलेगी। अग्निवीर सहित शासन की विभिन्न योजनाओं से मिले रोजगार और स्वरोजगार से युवाओं के जीवन में नव सुख जीवन का सूरज उदय होगा।
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो परियोजना का जिक्र करते हुए बताया कि नदी से नदी को जोड़कर गांव-गांव तक विकास की धारा बहाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी।
मध्य प्रदेश और राजस्थान को भी इस परियोजना का लाभ मिलना था, लेकिन पिछली सरकारों ने इसे लागू नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश और राजस्थान द्वारा संयुक्त रूप से पार्वती, काली सिंध, और चंबल नदी को जोड़ने का महाअभियान प्रारंभ हुआ है। प्रदेश के 12 और राजस्थान के 13 जिलों का विकास इस परियोजना के तहत होगा। किसानों को पीने और सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा। इससे क्षेत्र में विकास होगा और समृद्धि आएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसानों और मजदूरों को उनका हक मिलेगा। मुरैना में बंद पड़ी शुगर फैक्ट्री के संदर्भ में उन्होंने कहा कि किसानों का 56 करोड़ बकाया उन्हें लौटाया जाएगा। नई फैक्ट्री लगवाएंगे। जेसी मिल्स ग्वालियर का पैसा भी मजदूरों को लौटाएंगे। किसानों और मजदूरों को कोई परेशान करे, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि रोजगार दिवस के अवसर पर प्रदेश के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का कार्यक्रम अनुकरणीय है। कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं के जीवन में नया सवेरा होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के सात लाख से अधिक युवाओं को एक दिन में 5151 करोड़ 18 लाख 90 हजार रुपये की ऋण राशि के स्वीकृति पत्र प्रतीकात्मक रूप से प्रदान किया। यह अवसर अभूतपूर्व है जब एक दिन में सात लाख लोगों के हाथों को काम मिला।