मध्यप्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर कांग्रेस और भाजपा के बीच भी राजनीतिक घमासान लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां तक कि BJP के अंदर भी कुछ सही नहीं चल रहा है, जिससे चौहान को कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
कहने को तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित से विकास और कानून व्यवस्था पर बातचीत होने की बात कही है। परन्तु हकीकत
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राज्य के राजनीतिक हालात पर चर्चा की।
चौहान ने शाह के साथ मुलाकात की तस्वीरों को साझा भी किया। ट्वीट में कहा, आज दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट कर प्रदेश के विकास के साथ ही कानून व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान अनेक विषयों पर उनका स्नेहपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है।
बता दें कि मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा का चुनाव भी होने हैं। चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) के बीच जारी राजनीतिक घमासान भी तेज होता जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी के लिए बुरी खबर यह है कि यहां BJP के अंदर ही अंतरकलह शुरू चुका है। जिससे यहां पार्टी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इससे पहले पार्टी के संस्थापक नेताओं में शामिल रहे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी ने पिछले महीने ही BJP छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे।
बता दें कि बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाने वाले बैजनाथ यादव ने भी BJP को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया, ऐसे में BJP की समस्याएं और भी बढ़ती जा रही हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पार्टी में आए विधायक और बीजेपी के पुराने कैडर के बीच भी खींचतान बनी हुई है। इन विकट राजनीतिक स्थिति में शाह और शिवराज मुलाकात को काफी अहम और महत्वपूर्ण माना जा रहा है।