पतंजलि विश्वविद्यालय, पतंजलि वेलनेस और केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मध्य एमओयू

हरिद्वार, 26 मई (हि.स.)। पतंजलि विश्वविद्यालय, पतंजलि वेलनेस तथा केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीसीआरवाईएन), नई दिल्ली के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण, केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीसीआरवाईएन) के निदेशक डॉ. राघवेंद्र राव एवं पतंजलि वेलनेस (योगपीठ) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. रवि पंडित ने हस्ताक्षर किए।

इस समझौते का उद्देश्य योग, प्राकृतिक चिकित्सा और आधुनिक चिकित्सा के समन्वय से एकीकृत चिकित्सा इकाई की स्थापना करना, संयुक्त अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है।

इस समझौते के अंतर्गत एक अत्यधुनिक इंटीग्रेटिव मेडिसिन डिपार्टमेंट की स्थापना की जाएगी, जिसमें रोगों की रोकथाम, उपचार और स्वास्थ्य संवर्धन सेवाओं के साथ-साथ योग और प्राकृतिक चिकित्सा आधारित जीवनशैली परामर्श तथा उपचार प्रदान किए जाएंगे। इसके तहत आधुनिक चिकित्सा और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के मध्य एक सशक्त रेफरल प्रणाली विकसित की जाएगी, जिससे रोगियों को समग्र उपचार की सुविधा प्राप्त होगी।

समझौते के प्रमुख गतिविधियों में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा आधारित परामर्श एवं उपचार सेवाएँ, जनजागरूकता के लिए आईईसी (इनफार्मेशन, एजुकेशन एन्ड कम्युनिकेशन) गतिविधियाँ, चिकित्सा कर्मियों, छात्रों एवं आमजन के लिए कार्यशालाएँ और संगोष्ठियाँ तथा संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएँ और शैक्षणिक कार्यक्रम सम्मिलित हैं।

इसके तहत पतंजलि विश्वविद्यालय समुचित बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराएगा जबकि सीसीआरवाईएन तकनीकी सहयोग, मानव संसाधन और अनुसंधान संबंधी समर्थन प्रदान करेगा। यह महत्वपूर्ण समझौता भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली में पारंपरिक एवं आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के समन्वय द्वारा एकीकृत स्वास्थ्य मॉडल को बढ़ावा देने की दिशा में एक सार्थक और दूरगामी पहल माना जा रहा है।

इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय पतंजलि वेलनेस तथा सीसीआरवाईएन नई दिल्ली के अधिकारी उपस्थित रहे।

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