मिजोरम के पहाड़ी सैरांग इलाके के पास बुधवार को एक निर्माणाधीन रेलवे पुल ढह जाने से कम से कम 26 श्रमिकों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।

रेलवे और पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 22 शव बरामद किए जा चुके हैं। ढही हुई स्टील संरचना के नीचे से शेष चार शवों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है।

मिजोरम की राजधानी आइजोल से 10 किमी दूर बैराबी (दक्षिणी असम के पास) को सैरांग से जोड़ने वाले कुरुंग नदी पर रेलवे पुल निर्माणाधीन था। दुर्घटनास्थल आइजोल से करीब 21 किमी दूर है।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर), जो 51.38 किलोमीटर लंबी रेलवे परियोजना को लागू कर रहा है, ने चिकित्सा सहायता के साथ रिकवरी प्रोसेस के लिए कई चिकित्सक और इंजीनियरिंग टीमों को भेजा है।

एनएफआर के महाप्रबंधक (निर्माण) सुनील कुमार झा, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ, एनएफआर मुख्यालय मालीगांव (गुवाहाटी) से मिजोरम के लिए रवाना हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, पूर्वोत्तर राज्यों के कई मुख्यमंत्री और शीर्ष नेताओं ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

प्रधानमंत्री वर्तमान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जोहान्सबर्ग में हैं। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।

रेल मंत्री ने मृतकों के लिए दस लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए दो लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50,000 रुपये के अनुग्रह मुआवजे की भी घोषणा की।

वहीं, मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

सीएम ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि इस त्रासदी से बहुत दुखी हूं। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। बचाव कार्यों में मदद के लिए बड़ी संख्या में सामने आए लोगों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।

बुधवार को ढहे निर्माणाधीन पुल के पियरों की ऊंचाई 104 मीटर है। मिजोरम की राजधानी आइजोल पहुंचने से पहले सैरांग रेलवे स्टेशन आखिरी रेलवे स्टेशन होगा। इस साल दिसंबर तक पूरा होने वाली यह परियोजना पहाड़ी आइजोल को राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ेगी।

ब्रॉड गेज रेलवे लाइन के 51.38 किमी लंबे बैराबी से सैरंग खंड के साथ 32 सुरंगें (12.67 किमी कुल लंबाई), 16 कट और कवर सुरंगें (2.58 किमी कुल लंबाई) हैं, जो क्रमशः कोलासिब और आइजोल जिलों के अंतर्गत थिंगडॉल और त्लांगनुअम क्षेत्रों से होकर गुजरती है।

यहां 55 प्रमुख पुल हैं, जिनमें से छह 70 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले ऊंचे पुल हैं, 87 छोटे पुल, पांच रोड ओवरब्रिज और आठ रोड अंडरब्रिज हैं।

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