भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव ने दुनिया भर का ध्यान खींचा है। शनिवार को दिल्ली में विदेश और रक्षा मंत्रालयों की चार बार प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। सुबह 10.45 बजे विदेश मंत्रालय ने पहली कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें 9 मई की रात को पाकिस्तानी हमले की घटनाओं का जिक्र किया गया। इसके बाद सुबह से शाम तक विभिन्नता से आयी जानकारी के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच Ceasefire (सीजफायर) सहमति का ऐलान किया। इसके तुरंत बाद शाम 6.30 बजे रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने पाकिस्तान के हमलों की सच्चाई सामने रखी और भारत का स्पष्ट दृष्टिकोण बताया।

रात 8 बजे पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में ड्रोन हमले किए। इस पर दोबारा शाम 11 बजे विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग की, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान द्वारा लगातार किए जा रहे उल्लंघनों और भारतीय सेना की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना को पूरी स्वतंत्रता दी गई है और अतिक्रमण को गंभीरता से लिया जा रहा है। उनका यह भी कहना था कि पाकिस्तान को इस स्थिति को समझना चाहिए और अपनी हरकतें तुरंत बंद करनी चाहिए।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बताया कि उन्होंने पिछले 48 घंटों से भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों से संवाद कर सीजफायर की सहमति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने दोनों प्रधानमंत्रियों की पीठ थपथपाई और कहा कि यह एक बुद्धिमान निर्णय है। इसी दौरान, कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान की ओर से फैलाई गई गलत सूचनाओं का पर्दाफाश किया। उन्होंने जानकारी दी कि पाकिस्तान ने भारतीय ठिकानों पर हमले का दावा किया है, जो पूरी तरह गलत है। भारत की सैन्य बलें पूरी तरह तैयार हैं और किसी भी प्रकार के हमले का मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।

रक्षा मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई मिलिट्री ठिकानों पर हमले किए हैं और पाकिस्तान की डिफेंस क्षमताओं को क्षति पहुंचाई है। उनके अनुसार, पाकिस्तान के झूठे दावों का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना ने सभी कदम उठाए हैं। इसके अलावा, भारत की सैन्य तैयारियों के बारे में बताया गया कि सभी सुरक्षा बल पूरी तरह तैयार हैं और किसी भी आवश्यक कार्रवाई के लिए सक्षम हैं। विदेश सचिव ने भी इस बात को स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के झूठे दावे और उनकी हरकतें किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएँगी।

यह तनावपूर्ण स्थिति न केवल भारत और पाकिस्तान के बीच बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता का विषय बन गई है। सभी पक्षों को इस संघर्ष को शांति से सुलझाने की जरुरत है ताकि क्षेत्र में स्थिरता बनी रहे और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। भारत ने अपने रुख को स्पष्ट किया है कि देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए वह हर संभव प्रयास करेगा, और किसी भी खतरे का डटकर सामना करेगा।

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