भारत-पाक तनाव के बीच सीमा पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले अग्निवीर मुरली नाइक का पार्थिव शरीर उनके गृहनगर आंध्र प्रदेश के गोरंटला मंडल पहुंचा. इस दौरान उनके कल्लिथंडा गांव में शोक की लहर दौड़ गई. देश के लिए युवा सैनिक के सर्वोच्च बलिदान पर नेताओं, अधिकारियों और नागरिकों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
शिक्षा और आईटी मंत्री नारा लोकेश ने अग्निवीर मुरली नाइक के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. मंत्री ने शहीद जवान के शोकाकुल माता-पिता से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, उन्हें सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि सरकार इस दुखद समय में उनके साथ खड़ी रहेगी.
परिवार से बात करते हुए मंत्री लोकेश ने उनसे दृढ़ रहने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि मुरली नाइक के बलिदान को हमेशा गर्व और सम्मान के साथ याद किया जाएगा. उन्होंने कहा, “राज्य मुरली नाइक की बहादुरी के सम्मान में नतमस्तक है. राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.”
इस दौरान मंत्री के साथ कई गणमान्य व्यक्ति भी थे, जिन्होंने शहीद नायक को अंतिम श्रद्धांजलि दी. इनमें उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण, मंत्री अनगनी सत्य प्रसाद, वंगालापुडी अनिता और सविता, सांसद बी.के. पार्थसारथी, पूर्व मंत्री पल्ले रघुनाथ रेड्डी और कलावा श्रीनिवासुलु, विधायक पल्ले सिंधुरा रेड्डी, एम.एस. राजू और जे.सी. प्रभाकर रेड्डी के साथ-साथ कई अन्य जनप्रतिनिधि शामिल थे. आंध्र प्रदेश सरकार ने पुष्टि की है कि अग्निवीर मुरली नाइक का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.