खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: बिहार का ऐतिहासिक प्रदर्शन और शानदार मेजबानी ने रचा नया अध्याय
-620% पदक वृद्धि, 14वां स्थान और अद्वितीय आयोजन क्षमता ने देश का ध्यान खींचा
पटना, 15 मई (हि.स.)। खेलों के इतिहास में बिहार ने आज एक नया अध्याय जोड़ा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का पटना स्थित पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रंगारंग समापन हुआ, जिसमें राज्य ने न केवल खेल प्रतिभा बल्कि मेजबानी के स्तर पर भी पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
04 मई से 15 मई तक चले इस भव्य आयोजन में देशभर के 10,000 से अधिक खिलाड़ियों और उनके सहयोगी दलों ने भाग लिया। समापन समारोह में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय युवा एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे और मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए बिहार की नई खेल पहचान को सराहा।
बिहार ने रचा इतिहास
बिहार ने इस बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 7 स्वर्ण, 11 रजत और 18 कांस्य पदकों के साथ कुल 36 पदक जीते। वर्ष 2023 की तुलना में यह उपलब्धि 620% की ऐतिहासिक वृद्धि है। झारखंड को पीछे छोड़ते हुए बिहार ने 14वां स्थान हासिल किया, जो राज्य की बढ़ती खेल क्षमताओं का स्पष्ट प्रमाण है।
गांवों से निकली उम्मीद की किरणें
इन पदकों के पीछे अनेक प्रेरणादायक कहानियां छिपी हैं- ऐसे बच्चे जिन्होंने कठिनाइयों और संसाधनों की कमी के बावजूद हार नहीं मानी। मिट्टी के मैदानों और सीमित साधनों में पसीना बहाने वाले इन खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का मान बढ़ाया है।
राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविन्द्रण शंकरण ने कहा, “यह सफलता एक दिन की नहीं है। यह सरकार की दीर्घकालिक योजनाओं, नीति-निर्माण और खिलाड़ियों को दी गई सुविधाओं का परिणाम है।”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीति से बदली तस्वीर
इस ऐतिहासिक सफलता का श्रेय राज्य सरकार की खेलों के प्रति प्रतिबद्धता को भी जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच और योजनाओं के चलते बिहार राज्य खेल प्राधिकरण की स्थापना हुई और खेल विभाग को सक्रिय भूमिका दी गई। प्रशिक्षण, संसाधन, और प्रतियोगिता की निरंतरता ने खिलाड़ियों को नई ऊर्जा दी।
आयोजन क्षमता में भी अव्वल: बिहार की अतिथि-सत्कार पर सबने दी मुहर
देश के 28 राज्यों और 08 केंद्र शासित प्रदेशों से आए खिलाड़ियों और अधिकारियों के लिए बिहार ने अतिथि-सत्कार, भोजन, सुरक्षा और आवागमन की बेहतरीन व्यवस्था की। समापन समारोह में बिहार की सांस्कृतिक झलक, लोक कला और पारंपरिक नृत्य ने सभी दर्शकों और खिलाड़ियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
खेल मानचित्र पर बिहार की सशक्त उपस्थिति
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के सफल आयोजन और प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि बिहार अब न केवल शिक्षा और संस्कृति, बल्कि खेल के क्षेत्र में भी देश का अगुआ बनने की क्षमता रखता है।
इस सफल आयोजन से बिहार ने संदेश दिया कि जहां नीति, संकल्प और समर्पण हो, वहां सीमाएं केवल शब्द मात्र रह जाती हैं। बिहार ने एक बार फिर साबित किया है कि वह सिर्फ अतीत का गौरव नहीं, बल्कि भविष्य की प्रेरणा भी है।
—————