भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कभी ऑड-ईवन योजना लाकर, कभी लाल बत्ती पर इंजन ऑफ तो कभी पराली घोल योजनाओं के प्रचार इवेंट तो बहुत किए पर नतीज़ा शून्य ही रहा क्योंकि सरकार ने सड़कों की धूल उड़ने जैसे वायु प्रदूषण के सबसे बड़े कारण पर कोई काम नही किया है।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने पत्रकारों को प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार की असंवेदनशीलता पर एक शार्ट फिल्म दिखाते हुए कहा कि केजरीवाल की ग्रेप योजना किस आधार पर लागू की जाती है, कोई नहीं जानता पर इसके विभिन्न स्तर लागू होने पर भी वायु प्रदूषण एक्यूआई 200 से नीचे नहीं जाता जो इसकी विफलता को दर्शाता है।
उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल की प्रदूषण के विरूद्ध अकर्मण्यता के कारण दिल्ली देश ही नहीं विश्व का सबसे प्रदूषित शहर माना जाता है, जिसका प्रमाण है, हाल ही में आई शिकागो विश्वविद्यालय की रिपोर्ट। जिसने बताया कि प्रदूषण के कारण दिल्ली वालों का जीवन 10 वर्ष घट रहा है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार दिल्ली में आज 22 लाख से अधिक बच्चे सांस लेने की तकलीफ से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली भाजपा प्रदूषण के विरूद्ध जनजागरण अभियान चलायेगी और उन्होंने ग्रेप की सफलता की समीक्षा के लिये एक समिति भी बनाई है। भाजपा अध्यक्ष ने पंजाब में भी आप सरकार होने का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार दिल्ली के छोटे से कृषि क्षेत्र में पराली घोल छिड़कने की बात कर रही है। लेकिन, वह बताएं कि पहले वह जिस पंजाब में जलने वाली पराली को दिवाली के आसपास दिल्ली के प्रदूषण स्तर को खराब करने का सबसे बड़ा कारण बताती थी, उस पर अब तक क्या काम किया।
केजरीवाल बताएं कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ लगभग रोज राजनीतिक मीटिंग करने वाले केजरीवाल ने आखिरी बार पराली को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ कब बैठक की।