कश्यप-निषाद काे अनुसूचित जाति में शामिल किया जाए

महर्षि कश्यप जयंती पर हो राष्ट्रीय अवकाश : नरेंद्र कश्यप

गाजियाबाद, 9 मार्च (हि.स.)।कश्यप-निषाद संगठन की ओर से रविवार को राजनगर एक्सटेंशन स्थित गोल्डन व्यू रिसोर्ट में कश्यप निषाद समाज का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया। राष्ट्रीय अधिवेशन में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई है, जिसमें कश्यप-निषाद समाज को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने व महर्षि कश्यप जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किए जाने की मांग उठी।

कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप ने महर्षि कश्यप की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए की । नरेंद्र कश्यप ने कहा है कि जल्द ही सरकार से कश्यप निषाद समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग की जाएगी। वहीं, उन्होंने केंद्र सरकार से महर्षि कश्यप जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश भी घोषित करने की अपील की है। उधर यहां तय किया गया है कि 5 अप्रैल को कश्यप निषाद संगठन की ओर से एक महाकुंभ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर प्रदेश के कई राज्यों के पदाधिकारी को आमंत्रित किया जाएगा। साथ ही कई विशेष अतिथि भी इसमें आमंत्रित किए गए हैं । ओमप्रकाश कश्यप राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, जीतपाल कश्यप जिला अध्यक्ष, रवि कश्यप प्रदेश सचिव का स्वागत कार्यक्रम हुआ। इसके बाद स्वागत भाषण रामकुमार कश्यप राष्ट्रीय महासचिव द्वारा किया गया। इसके साथ ही प्रस्तावना एवं भाषण राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप ने संबोधित किया। उन्होंने समाज को संगठित होने के साथ ही शिक्षित और कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार भी रखे। इसके साथ ही समर्थन भाषण राजवीर कश्यप राष्ट्रीय महासचिव, समर्थन भाषण वेद प्रकाश राष्ट्रीय महासचिव और प्रेमचंद कश्यप मैनपुरी व रामदास कश्यप राष्ट्रीय उपाध्यक्ष द्वारा किया गया।

इस दौरान कश्यप निषाद समाज के पदाधिकारियों और विभिन्न आए अतिथियों ने कहा है कि कश्यप निषाद समाज अनुसूचित जाति के लोगों को भी साथ लेकर चलता है। उसके साथ ही विषयों पर भी इस बैठक में चर्चा की गई है। इसमें एजेंडा भी तैयार किया गया है कि अनुसूचित जाति में शामिल किया जाए। समाज के उत्थान और बालक-बालिकाओं के सामूहिक विवाह से लेकर अन्य विषयों पर चर्चा भी की गई।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights