भवन स्वामी ने अपने आप शेड हटा लिया, जबकि दो चहारदीवारी को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। पर, लोगों की धड़कनें तब बढ़ गई, जब राजस्व विभाग की जरीब बस्ती में घुस गई। यहां 20 मकान सरकारी जमीन पर चिह्नित किए गए, जिन पर लाल निशान लगा दिया गया है। टीम 5 में स्मार्ट सिटी के हेड केवी सिंह, सम्पत्ति निरीक्षक सुदेश सिंह आदि भी शामिल रहे। सहायक नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कहा कि आंतिया तालाब की 3.771 हेक्टेयर जमीन पर 20 साल से स्टे था, जो अब समाप्त हो गया है। गुरुवार को यहां नापतौल कराते हुए नगर निगम की जमीन पर कब्जा लिया गया। गोदाम, दो चारदीवारी व टीन शेड हटाए गए हैं। कुछ मकान भी सरकारी जमीन पर बने हैं, जिन पर निशान लगाए गए हैं। राजस्व विभाग की रिपोर्ट आने के बाद इन भवन स्वामियों को नोटिस देकर आगे की कार्यवाही की जाएगी। सहायक नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कहा कि ऑतिया तालाब की 3.771 हेक्टेयर जमीन पर 20 साल से स्टे था, जो अब समाप्त हो गया है। गुरुवार को यहां नापतौल कराते हुए नगर निगम की जमीन पर कब्जा लिया गया। गोदाम, दो चारदीवारी व टीन शेड हटाए गए हैं। कुछ मकान भी सरकारी जमीन पर बने हैं, जिन पर निशान लगाए गए हैं। राजस्व विभाग की रिपोर्ट आने के बाद इन भवन स्वामियों को नोटिस देकर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
आतियाँ तालाब के पास अभी लगभग 6 माह पहले ही गोदाम का निर्माण कराया गया था। नगर निगम चुनाव में प्रशासन व्यस्त था, तब माफिया ने इस जमीन पर कब्जा कर लिया, लेकिन यह पहला अवसर नहीं है। इससे पहले भी इसी जमीन पर कब्जा कर स्कूल का निर्माण कराया गया था। वर्ष 2006 में जब राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बनाए गए, तब उन्होंने आंतिया तालाब की जमीन को कब्जा मुक्त कराने का अभियान चलाया था। उस समय उन्होंने स्कूल पर बुलडोजर चलवा कर जमीन को खाली करा लिया था।