जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना और पुलिस का ऑपरेशन लगातार जारी है। भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान लगातार सीमा पार से आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहा है। वहीं, भारतीय सेना और पुलिस इन दहशतगर्दों का सफाया करने के लिए दिन और रात जुटी हुई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस साल 26 सितंबर तक जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा किए गए कई अभियानों में कुल 47 आतंकवादी मारे गए और 204 पकड़े गए। इस साल 1 जनवरी से 26 जनवरी के बीच जम्मू-कश्मीर में मारे गए 47 आतंकवादियों में से नौ स्थानीय आतंकवादी और 38 विदेशी आतंकवादी शामिल थे।

जम्मू-कश्मीर पुलिस अधिकारी और सेना ने बताया कि साल 2023 में अब तक कश्मीर में संयुक्त ऑपरेशन में कुल 47 आतंकी मारे गए हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और एसएसबी के संयुक्त अभियान में एक आतंकवादी मारा गया, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और बीएसएफ के संयुक्त अभियान में दो आतंकवादी मारे गए। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान में पांच आतंकवादी को मौत के घाट उतारा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान में 23 आतंकवादी मारे गए।

आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 1 जनवरी से 26 सितंबर के बीच जम्मू-कश्मीर में कुल 204 आतंकवादी पकड़े गए हैं। पिछले महीने में कुल चार आतंकवादी मारे गए और 40 पकड़े गए। आंकड़ों से पता चलता है कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में कुल 111 आतंकवादी सक्रिय हैं, जिनमें 40 स्थानीय आतंकवादी और 71 विदेशी आतंकवादी शामिल हैं।

आपको बता दें कि पिछली बार साल 2022 में मारे गए आतंकवादियों की संख्या 187 रही। इनमें 130 स्थानीय आतंकवादी और 57 विदेशी आतंकवादी शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल जम्मू-कश्मीर में 137 आतंकी सक्रिय थे।

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ही आतंकियों को पैदा कर रहा है। पंजाब में उग्रवाद चल रहा था, तो जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाके भी इससे प्रभावित हो रहे थे। डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि दोनों जगहों पर उग्रवाद की जननी पाकिस्तान ही है। पाकिस्तान की एजेंसियां इस आतंकवाद को चलाती हैं।

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