राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि हमास-इजराइल युद्ध पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा व्यक्त की गई स्थिति से अलग स्थिति दर्शाते हैं।
पूर्व रक्षा मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि भारत सरकार ने 100 फीसदी इजराइल का पक्ष लिया है।
राकांपा प्रमुख ने कहा, “विदेश मंत्रालय के बयान से यह स्थापित हो गया है कि भारत ने हमेशा फलस्तीन मुद्दे का समर्थन किया है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे, लेकिन हम ऐसे किसी भी संगठन के खिलाफ हैं जो (आतंकवादी) हमलों में शामिल है।
प्रधानमंत्री (मोदी) ने इजराइल के प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया है कि हम उनके साथ हैं।”
उन्होंने कहा कि इजराइल-फलस्तीन मुद्दा “गंभीर और संवेदनशील” है और मुस्लिम देशों जैसे अफगानिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य के विचारों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
पवार ने कहा, “यह पहली बार है कि राष्ट्र के मुखिया ने एक रुख अपनाया है और उनके मंत्रालय ने दूसरा।”