आचार्य श्री पंडित हुकमचंद मुदगल जी के साथ हुई विशेष वार्ता
मुदगल चेतना परिवार के राष्ट्रीय संरक्षक एवं श्री गायत्री शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर आचार्य श्री पंडित हुकमचंद मुदगल जी के साथ हुई एक विशेष वार्ता के दौरान उन्होंने मुदगल चेतना परिवार के उद्देश्यो एवं आगामी योजनाओ पर विस्तार पूर्वक चर्चा की और परिवार से जुड़े लोगो की जिज्ञासाओं पर बेबाकी से अपने उत्तर दिए।
आचार्यश्री के साथ हुई वार्ता के मुख्य अंशः
प्रश्नः मुदगल चेतना परिवार किस प्रकार का संगठन है ?
आचार्यश्री: देखिये में सबसे पहले आपको बता दूं कि मुदगल चेतना परिवार भारत का पहला राष्ट्रीय पारिवारिक संगठन है जो विशुद्ध रूप से गैर राजनितिक है और केवल परिवार हित को सर्वोपरि मानते हुए समाज में अपने परिवार (मुदगल गौत्रीय परिवारों) के योगदान को सुनिश्चित करने हेतु प्रयासरत है। मुदगल परिवारों को एकजुट कर पारिवारिक एकता के साथ समाज उत्थान ही संगठन का मुख्य उद्देश्य है।
प्रश्नः मुदगल चेतना परिवार चेरीटेबल ट्रस्ट की स्थापना कब हुई और इसकी जरूरत क्यूं पड़ी ?
आचार्यश्री: मुदगल चेतना परिवार का अनौपचारिक गठन तो बहुत पहले ही हो चुका था जिसमे एक तरफ हम देश भर के मुदगल परिवारों को एक साथ जोड़ने के प्रयास में लगे हुए थे वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर के खतौली निवासी स्व. डा. सत्य प्रकाश मुदगल जी भी अपने स्तर से इस मुहीम में जी जान से जुटे हुए थे। माँ गायत्री की कृपा से वर्ष 2013 में डा. साहब का आगमन वेदमाता श्री गायत्री शक्तिपीठ देवभूमि कसार में हुआ और वह शुभ दिन ही इस संगठन के शुरुआत का साक्षी बना। डा. साहब के साथ उनके पुत्रों श्री सुधीर मुदगल व डा. अनुज मुदगल व गजियाबाद से आये श्री सुधीर मुदगल ने शक्तिपीठ में पूर्व सरपंच राहुल देव मुदगल , आचार्य रजनीश मुदगल व अन्य बंधुओ की मौजूदगी में इस मुहीम को पारिवारिक संगठन का रूप देकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया। मेरे (आचार्य श्री पंडित हुकुम चंद मुदगल ) साथ पंडित तुलसी राम मुदगल, रिटायर एसीपी, दिल्ली पुलिस के संरक्षण में डा. सत्य प्रकाश मुदगल जी को संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई और तभी से मुदगल चेतना परिवार चेरीटेबल ट्रस्ट का औपचारिक संचालन हो रहा है। रही बात आपके दूसरे सवाल, इस संगठन की जरूरत इसलिए पड़ी ताकि देश भर में फैले मुदगल बंधुओ को एक साथ जुड़ने के लिए एक पारिवारिक माहौल वाला प्लेट फॉर्म मिल सके।
प्रश्न: संगठन की गतिवधियों के विषय में कुछ जानकारी दीजिये ?
आचार्यश्री: मुदगल चेतना परिवार चेरिटेबल ट्रस्ट पिछले ग्यारह वर्षों से इस मुहीम में जुटा हुआ है। संगठन प्रत्येक वर्ष वार्षिक सम्मलेन का आयोजन भी करता है जिसमे देश भर से मुदगल परिवार भाग लेते है। अभी हाल ही में श्री रामेश्वरम धाम में वार्षिक सम्मलेन 2024 का आयोजन किया गया है। इससे पहले हम देवभूमि कसार, तुमरैल हापुड़ , खतौली मुजफ्फरनगर व हरिद्वार (उत्तराखंड) में बड़े स्तर पर राष्ट्रीय सम्मलेन आयोजित कर चुके है ,जबकि समय समय पर क्षेत्रीय स्तर पर बैठक व कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। वर्तमान में देश भर के 9 राज्यों में संगठन की प्रादेशिक इकाईयां कार्य कर रही है जिनमे प्रदेश अध्यक्षों के नेतृत्व में सम्बन्धित कार्यकारिणी अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। संगठन की प्राथमिकताओं में शामिल कई महत्वपूर्ण योजनाओ पर लगातार कार्य किया जा रहा है। संगठन अपने उदेश्य पूर्ति के लिए लगातार मुदगल परिवारों को जोड़ने की मुहीम में जुटा हुआ है।
प्रश्न: मुदगल चेतना परिवार की आगामी महत्व पूर्ण योजनाओ के विषय में जानकारी दीजिये ?
आचार्यश्री: मुदगल चेतना परिवार चेरिटेबल ट्रस्ट का संचालन वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर पर काफी अच्छी तरह से चल रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अनुज मुदगल , राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट राहुल देव मुदगल व कोषाध्यक्ष सुधीर मुदगल के साथ अन्य पदाधिकारी आत्मिक भावना के साथ संगठन के उदेश्यो की पूर्ति व संगठन के सशक्तिकरण हेतु कार्य कर रहे है। वर्तमान में संगठन अपनी सबसे बड़ी योजना पर काम कर रहा है जिसमे महृर्षि मुदगल धाम का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। देश भर में अनेक स्थानों पर प्रस्तावित महर्षि मुदगल धाम निर्माण की कड़ी में सर्वप्रथम मध्य प्रदेश के नर्मदा पुरम में माँ नर्मदा के परिक्रमा मार्ग पर महर्षि मुदगल धाम के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। भवन के लिए जगह चिन्हित की जा चुकी है, शीघ्र ही भूमि पूजन के बाद भवन निर्माण का काम शुरू किया जायेगा। मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जितेन्द्र शम्मी मुदगल के विशेष योगदान व राष्ट्रीय टीम के नेतृत्व में इस भवन निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होने वाला है।
प्रश्नः महर्षि मुदगल धाम निर्माण की उपयोगता के सम्बन्ध मे संगठन की क्या योजना है?
आचार्यश्री: मुदगल चेतना परिवार चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बनाया जाने वाला महर्षि मुदगल धाम, देश भर के मुदगल बंधुओ के लिए किसी तीर्थ से कम नहीं होगा। महर्षि मुदगल धाम में समय-समय होने वाले कार्यक्रमों व राष्ट्रीय सम्मेलनों के आयोजन के साथ-साथ सनातन धर्म की रक्षा और भारतीय संस्कृति की उन्नति के लिए वैदिक व देव भाषा संस्कृत शिक्षा और इनके प्रचार-प्रसार हेतु बच्चों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। महर्षि मुदगल धाम सही मायनो में वैदिक शिक्षा के साथ देव भाषा संस्कृत के प्रचार-प्रसार व ज्योतिष अनुसन्धान का भी मुख्य केंद्र रहेगा। प्रस्तावित भवन को सामाजिक उपयोगिता के अनुरूप बनाया जायेगा। भवन में बड़े-बडे धार्मिक व अध्यात्मिक आयोजनों के साथ-साथ मुदगल परिवार के ठहरने की भी समुचित व्यवस्था होगी। महर्षि मुदगल धाम निर्माण कार्य निकट भविष्य मे शुरू किया जाएगा।