आज पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस दुनियाभर में बाघों के संरक्षण की प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने के लिए हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी नागरिकों और प्रकृति प्रेमियों को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट कर कहा कि अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बाघों का होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि “सभी प्रदेश वासियों और प्रकृति प्रेमियों को ‘अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस’ की अशेष शुभकामनाएं! अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र के लिए प्रकृति की अद्वितीय विरासत, बाघों का होना अत्यंत आवश्यक है। सौंदर्य, शक्ति, साहस और सामर्थ्य के अद्वितीय प्रतीक, ‘राष्ट्रीय पशु’ बाघ के संरक्षण-संवर्धन में सहयोग करने वाले सभी नागरिकों का हार्दिक अभिनंदन!”हर साल 29 जुलाई को यह दिन खासतौर पर बाघों की लगातार कम होती आबादी पर नियंत्रण करने के लिए अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। भारत के लिए यह दिन और भी खास है, क्योंकि बाघ न सिर्फ भारत का राष्ट्रीय पशु है, बल्कि दुनिया के 70% से अधिक बाघ भारत में ही पाए जाते हैं। ऐसे में टाइगर डे मनाने के लिए पशु और प्रकृति प्रेमियों यहां मौजूद अलग-अलग टाइगर रिजर्व की सैर कर सकते हैं।
29 जुलाई 2010 में दुनिया के 13 देशों, जिसमें भारत भी शामिल था, ने रूस में सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर शिखर सम्मेलन किया था। जिसमें इन देशों ने एक करार किया था जिसके मुताबिक उन्होंने साल 2022 तक बाघों की संख्या को दोगुना करने का संकल्प लेने के साथ ही दुनिया में बाघों की घटती आबादी के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ उनके प्राकृतिक आवासों को भी बचाने के लिए प्रयास करने का फैसला किया था। तब से लेकर अब तक हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है।