दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद सोमवार को अपने सभी निगम पार्षदों के साथ बैठक की।
उन्होंने निगम पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे 2 जून को वापस जेल जाना होगा। अगर आप लोग 4 जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बनवाएंगे तो मैं 5 जून को ही बाहर आ जाऊंगा। भाजपा वालों ने मुझे यह सोचकर जेल भेजा था कि इससे आम आदमी पार्टी के विधायकों, पार्षदों और कार्यकर्ताओं को तोड़ देंगे। दिल्ली और एमसीडी में सरकार गिरा देंगे। इनकी कोशिश नाकाम हो गई और इससे हमारी पार्टी और भी संगठित होकर लड़ेगी। ‘आप’ केवल एक पार्टी नहीं बल्कि एक परिवार और विचार है, जिसे तोड़ना असंभव है।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे जब गिरफ्तार किया गया तब मैं मानसिक तौर पर तैयार था कि मुझे 6 महीने जेल में रहना पड़ेगा। लेकिन, भगवान की कृपा से आज मैं आप सबके बीच हूं।
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि आज से तीन महीने पहले तक भाजपा की 400 सीट को लेकर बात होती थी, आज हालात बदल चुके हैं। अब इनके 250 पार जाने पर सवाल उठ रहे हैं। इन्होंने मुझे जेल के अंदर अपमानित करके, बेइज्जत करके और मेरी दवा रोककर तोड़ने का प्रयास किया। इन्होंने मेरी इंसुलिन रोक दी। लेकिन, जब आपने आवाज उठाई तब जाकर मुझे इंसुलिन दी गई।
केजरीवाल ने आगे कहा कि मुझे मेरी धर्मपत्नी से मिलने से रोक दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुझे ऐसे मिलवाया, जैसे हम अपराधी हों। मेरे सेल में दो-दो सीसीटीवी लगाकर रखे थे, जिसे 13 अफसर लगातार देखते थे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी भी मुझे देख रहे थे।
उन्होंने पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं कहीं भी रहूं, लेकिन आप लोग दिल्ली बंद मत होने देना। भाजपा और पीएम मोदी को दिल्ली में हमारे किए हुए काम से डर लगता है। हमारे काम की वजह से आज लोग हमें प्यार और इज्जत करते हैं। इन लोगों ने मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन को जेल में डाल दिया। इन्होंने सोचा इससे सरकारी स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक बंद हो जाएंगे। इन लोगों ने मुझे जेल में डालकर सोचा कि इससे दिल्ली बंद हो जाएगी, लेकिन ऐसा कर नहीं पाए।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे अपने इंडिया गठबंधन के साथी दलों और साथियों से बुलावा आ रहा है कि आप आकर प्रचार कीजिए। मैं अगले 21 दिनों में जहां-जहां संभव होगा, वहां जाऊंगा और भाजपा को हराने के लिए प्रचार करूंगा।