लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने आज नामांकन भी दाखिल कर दिया है। इस पर मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि INDI अलाइंस पीएम मोदी के डर से बड़े नेताओं को चुनाव में उतार रहा है।
भाजपा नेता अपर्णा यादव ने कहा कि लोग भाजपा को पूर्ण बहुमत से जिताने का मन बना चुके हैं। जहां तक समाजवादी पार्टी और INDIA गठबंधन की बात है तो इनके बड़े नेताओं ने अब चुनावी मैदान में उतरने का तय किया है क्योंकि उन्हें PM मोदी से डर हैं इसलिए वे अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतार रहे हैं। अपर्णा यादव ने कहा, नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने बहुत सारी सीटों को सुरक्षित बनाया लेकिन, उन सीटों पर भी भाजपा ने अपनी मेहनत से कमल खिलाया है। INDI गठबंधन के लोगों ने तय किया है कि PM मोदी का मुकाबला करने के लिए इनके शीर्ष नेतृत्व को उतरना पड़ेगा, इसी के तहत उन्होंने (अखिलेश यादव) अपना नामांकन दाखिल किया है। अपर्णा यादव ने इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत का दावा किया और कहा कि प्रधानमंत्री तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे, कोई भी मैदान में उतर जाए, भाजपा अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कन्नौज लोकसभा सीट के लिये नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान उनके साथ सपा के प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव भी मौजूद थे। सपा ने इससे पहले मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को कन्नौज लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। अखिलेश यादव 2000 में कन्नौज सीट पर हुए उपचुनाव में पहली बार सांसद चुने गये थे। उसके बाद वह 2004 और 2009 में भी इसी सीट से सांसद रहे। उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद लोकसभा से इस्तीफा देने के चलते 2012 में कन्नौज सीट पर हुए उपचुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल निर्विरोध चुनी गयी थीं। वर्ष 2014 के आम चुनाव में भी डिंपल ने इसी सीट से जीत दर्ज की थी।
हालांकि साल 2019 के चुनाव में वह भाजपा के सुब्रत पाठक से पराजित हो गयी थीं। अखिलेश यादव वर्तमान में करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं और उप्र विधानसभा में नेता विपक्ष हैं। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में वह करहल सीट से पहली बार विधायक बने थे। कन्नौज में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत आगामी 13 मई को मतदान होगा। इस सीट के लिये नामांकन बृहस्पतिवार 25 अप्रैल को शुरू होंगे।