लोकसभा चुनाव 2024 में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। एक तरफ, बीजेपी बहुमत का आंकड़ा टच न कर सकी और 240 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा। वहीं, एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा हासिल किया। अब बीजेपी को सरकार बनाने के लिए नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी का ही सहारा दिख रहा है।
इस बीच, शुक्रवार को नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। यहां नरेंद्र मोदी ने चुनाव में लाखों कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम को लेकर सिर झुकाकर सम्मान किया। मोदी ने कहा कि मैं अपने निजी जीवन में जिम्मेदारी का भाव महसूस करता हूं। मैं जीवन में हमेशा जिस चीज पर जोर देता हूं, वह है ‘विश्वास’! आपने 2019 में मुझे अपना नेता चुना। और आज, 2024 में भी, आपके चुने हुए नेता के रूप में यहां खड़े होकर, मुझे लगता है कि हमारे बीच ‘विश्वास का पुल’ इतना मजबूत, इतना मजबूत रहा है।
आगे कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आप सभी ने सर्वसम्मति से मुझे एनडीए का नेता चुना और मुझे एक नई जिम्मेदारी दी। मैं आप सभी का बहुत आभारी हूं। एनडीए ने जो दायित्व दिया है, उसके लिए मैं आभारी हूं। यह अटूट रिश्ता, विश्वास की मजबूत धरातल पर है। यह पल मेरे लिए भावुक करने वाला है। मैं सभी को धन्यवाद देता हूं।’
मोदी ने आगे कहा कि बहुत कम लोग इन बातों की चर्चा करते हैं कि NDA को 22 राज्यों ने सरकार बनाकर सेवा करने का मौका दिया है। हमारा यह गठबंधन भारत की आत्मा, भारत की जड़ों में रचा बसा है, एक प्रतिबिंब है। सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी होता है, लेकिन देश चलाने के लिए सर्वमत जरूरी होता है।
आगे कहा कि मुक्त मन से सोचें तो NDA अलायंस राष्ट्र प्रथम की मनोवृति से आगे बढ़ रहा है। एनडीए सत्ता हासिल करने का या सरकार चलाने का कुछ हिस्सा का जमावड़ा नहीं है… यह राष्ट्र-प्रथम के प्रति प्रतिबद्ध एक समूह है। आज एनडीए भारत की राजनीतिक व्यवस्था में एक संगठित गठबंधन के रूप में चमक रहा है। यह एक आगेनिक अलाइंस है। मोदी ने NDA का नया मंत्र दिया। बताया कि ‘N’ न्यू इंडिया, ‘D’डेवेलव इंडिया, ‘A’एस्पिरेशनल इंडिया है।
मोदी ने यह भी कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने देश को सफलता की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए काम किया है। एनडीए के सभी नेतृत्व स्तंभों में एक सामान्य बात है सुशासन। जब भी सेवा करने का मौका मिला, एनडीए के प्रत्येक नेता ने पूरे भारत में सुशासन सुनिश्चित किया है। एनडीए सुशासन का पर्याय बन गया है। एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। हम गुड गवर्नेंस, विकास और जनता-जनार्दन की भागीदारी का नया अध्याय लिखेंगे। किसी भी दल का कोई भी प्रतिनिधि होगा, मेरे लिए सब समान हैं। ‘जहां कम, वहां हम’ कार्यकर्ताओं ने इसे करके दिखाया है।
मोदी ने आगे कहा कि इंडिया गठबंधन सिर्फ सत्ता सुख के लिए एकजुट हुआ। INDI गठबंधन वालों ने मतदान पूरा होने, मतगणना तक देश को हिंसा की आग में झोंकने में कोशिश की गई। देश के लोगों को बांटने का प्रयास किया। देश को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा गया। यह ऐसे लोग हैं कि खुद के पीएम का अपमान करते हैं। कांग्रेस ने जनता के धोखा किया। गरीबों का अपमान किया है। उन्होंने गरीबों को भ्रमित किया। कांग्रेस के दफ्तरों पर पर्ची लिए लोग खड़े हैं और पैसे का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन, बदले में उन्हें डंडे मारे जा रहे हैं। एनडीए का महा विजय है। हम विजय को पचाना जानते हैं। विजय की गोद में उन्माद पैदा होता है और न ही पराजित का उपहास करते हैं, यह हमारे संस्कार हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि INDI ने चुनाव आयोग के काम में रुकावट लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खटखटाए गए। विपक्ष ने हर तरह से बाधा डालने की कोशिश की। लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की।जब 4 जून को नतीजे आ रहे थे, मैं काम में व्यस्त था। बाद में फोन आने लगे।
नरेंद्र मोद ने चुटकी लेते हुए कहा कि मैंने किसी से पूछा, नंबर तो ठीक हैं, बताओ EVM जिंदा है कि मर गया। इन लोगों (विपक्ष) ने तय कर लिया था कि लोग भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर विश्वास करना बंद कर देंगे। उन्होंने लगातार EVM को कोसा।
आगे कहा कि मुझे लगा कि वे EVM का जनाजा निकालेंगे। लेकिन, 4 जून की शाम तक उनके मुंह में ताले लग गए। EVM ने उनको चुप कर दिया। यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है, इसकी निष्पक्षता है…मुझे उम्मीद है कि मुझे 5 साल तक EVM के बारे में सुनने को नहीं मिलेगा। लेकिन जब हम 2029 में जाएंगे, तो शायद वे फिर से EVM का राग अलापेंगे…देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2024 का जनादेश एक बात को बार-बार पुख्ता कर रहा है कि आज के परिदृश्य में देश को सिर्फ एनडीए पर भरोसा है। जब ऐसा अटूट भरोसा हो तो देश की उम्मीदें बढ़ना स्वाभाविक है। मैं इसे अच्छा मानता हूं…मैंने पहले भी कहा था कि हमने जो 10 साल काम किया, वह तो बस ट्रेलर है। यह सिर्फ चुनावी बयान नहीं था, यह मेरी प्रतिबद्धता थी।एनडीए संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा नहीं छू पाई। अगर 2014, 2019 और 2024 के चुनावों को मिला दें, तो कांग्रेस को इस चुनाव में जितनी सीटें मिलीं, उतनी भी नहीं मिलीं। मैं साफ देख सकता हूं कि पहले इंडी गठबंधन के लोग धीरे-धीरे डूब रहे थे, अब वे तेजी से डूबने वाले हैं।मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि NDA सांसद अफवाहों से दूर रहें। पोटफोलियो हम ही बांटेगे, गलत फोन कॉल या अफवाहों में न फंसे। मेरा पल-पल देश के नाम है। मैं 24 घंटे मौजूद हूं। मेरा जन्म ‘वन लाईफ-वन मिशन’ है। 140 करोड़ देशवासियों के खप जाना। मैं स्थिति पैदा करना चाहता हूं कि भारतवासी से नजर मिलाने को लोग तरसे, हाथ मिलाने के लिए तरसें … कि हाथ मिलाकर मुझमें भी कुछ एनर्जी आ जाए।