अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए उन्हें बैन कर दिया है। आईसीसी ने बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए तीसरे वनडे मुक़ाबले में भारतीय कप्तान को आचार संहिता के दो अलग-अलग नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है और दो अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए निलंबित कर दिया गया है।
उन्हें ‘अंपायर के फैसले पर असहमति दिखाने’ से संबंधित आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है। इसके अलावा मैच के बाद उन्होंने अंपायरिंग को घटिया बताया था। उन्हें इसके लिए आचार संहिता के लेवल-1 का दोषी पाया गया है और एक डिमेरिट अंक के साथ मैच के 25% का जुर्माना भी लगाया गया है।
आचार संहिता के उल्लंघन के लिए उन्हें चार डिमेरिट अंक मिले हैं। नियम के मुताबिक चार डिमेरिट अंक मिलने पर खिलाड़ी को बैन कर दिया जाता है। ऐसे में यह निलंबन सितंबर-अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे और तीन टी20 मैचों की सीरीज के दौरान लागू होगा। हरमनप्रीत लेवल-2 के तहत बैन झेलने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं।
क्या है आईसीसी के लेवल-2 का नियम?
लेवल-2 का नियम खिलाड़ियों के मैदान पर खिलाड़ियों के व्यवहार से संबंधित है। अंपायर के फैसले को लेकर गंभीर असहमति जताना, मैच से संबंधित घटना या मैच अधिकारियों की सार्वजनिक आलोचना करना, मैच उपकरणों को क्षति पहुंचाने की कोशिश करना, अंपायर या अधिकारी की तरह आक्रामक होकर गेंद फेंकना, गलत भाषा का इस्तेमाल आईसीसी के लेवल-2 का अपराध माना जाता है।