विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ के कुछ घटक दलों के प्रमुख नेताओं की अनुपलब्धता के चलते बुधवार को होने वाली गठबंधन की बैठक फिलहाल स्थगित कर दी गई है तथा यह अब इस महीने के तीसरे सप्ताह में होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कार्यालय के संबद्ध और कांग्रेस कार्यसमिति के स्थाई आमंत्रित सदस्य गुरदीप सप्पल का कहना है कि अब छह दिसम्बर की शाम छह खरगे के आवास पर इंडिया गठबंधन के (घटक दलों) के संसदीय दल के नेताओं की ‘समन्वय बैठक’ होगी। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, इंडिया गठबंधन के (घटक दलों) के संसदीय दल के नेताओं की समन्वय बैठक 6 दिसम्बर 2023 को शाम छह बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजरुन खरगे जी के आवास पर होगी। इसके बाद पार्टी अध्यक्षों/ प्रमुख नेताओं की बैठक दिसम्बर के तीसरे सप्ताह में सभी के लिए सुविधाजनक तिथि को निर्धारित की जाएगी।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रमुक के नेता एमके स्टालिन चक्रवात के कारण पैदा हुए हालात के चलते बैठक में शामिल नहीं हो सकते थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थ हैं तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के परिवार में वैवाहिक कार्यक्रम है। ऐसे में आगे की तिथि के लिए बैठक को स्थगित किया गया है।
तीन राज्यों मध्य प्रदेश राजस्थान व छत्तीसगढ़ में कारी से किसी के बाद इंडिया गठबंधन मैं शामिल जाट और दालों के नेता गठबंधन की ड्राइविंग सीट कांग्रेस देने को तैयार नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा 6 दिसंबर को इंडिया गठबंधन के नेताओं की बुलाई गई बैठक के निरस्त होने के पीछे प्रमुख कारण यह है की क्षेत्रीय दल कांग्रेस की सुविधा अनुसार चलने को तैयार नहीं है इस बैठक में ना आने की सूचना देकर तृणमूल कांग्रेस व समाजवादी पार्टी में कांग्रेस नेतृत्व को साफ-साफ यह संकेत दे दिया कि वह इसकी सुविधा अनुसार चलने को तैयार नहीं है कांग्रेस पार्टी इस बैठक के निरस्त होने के पीछे भले ही कोई भी कारण बताएं लेकिन अंदर की जानकारी यह है इन तीनों ही दलों ने इंडिया गठबंधन की आगे की रणनीति के अपने मंसूबीस साफ कर दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार यह कांग्रेस पर दबाव बनाने की रणनीति का एक हिस्सा है। कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई बैठक में ना आने का निर्णय लेकर इन दोनों ने कांग्रेस ने तत्व के प्रति अपनी नाराजगी का भी इजहार कर दिया है सूत्रों की मां ने गठबंधन के ज्यादातर दाल यह चाहते हैं कि गठबंधन की अगुवाई कांग्रेस की जगह क्षेत्रीय दलों का कोई नेता करें। चुनावी हार के बीच गठबंधन की बैठक बुलाने के निर्णय से कांग्रेस जहां यह संदेश देना चाहती थी की गठबंधन को लीड आगे भी वही करेगी इन दलों ने उसके मंसूबे पर पानी फेर दिया है।
सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को दिल्ली में होने वाली विपक्ष के ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने दावा किया है कि हाल में चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन और मजबूत होगा। इधर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने मंगलवार को बताया बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
उन्होंने कहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष का बुधवार को इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने का कोई कार्यक्रम नहीं है। पार्टी महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव या राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा अधिकृत कोई अन्य नेता बैठक में शामिल होंगे। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति के लिए छह दिसम्बर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजरुन खरगे के आवास पर बैठक करेंगे। इस बीच, दिल्ली में सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा, उनकी पार्टी बैठक में शामिल होगी लेकिन अखिलेश यादव मौजूद नहीं रहेंगे।