खेल जीवन में ऊर्जा का सबसे बड़ा केंद्र : राजीव मेहता
हरिद्वार, 2 मई (हि.स.)। जिदंगी में खेल ऊर्जा का सबसे बडा केन्द्र है। खेल में खेलने तथा देखने वाले दोनों पक्षाें के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। खेलने वाला जहां उपलब्धि एवं कुशलता के लिए खेलता है, वह जिदंगी के साथ बेहतर तालमेल बनाना सीख जाता है। वहीं देखने वाला आदमी तनाव एवं चिन्ता दूर करने तथा उत्पन्न सकारात्मक भाव से नैतिक मूल्य को नजदीक से बेहतर ढंग से समझने की कला सीख जाता है।
भारतीय ओलम्पिक संघ के पूर्व महासचिव राजीव मेहता ने उत्तराखंड स्क्वैश ओपन चैम्पियनशिप के पारितोषिक वितरण एवं समापन समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि यह बात कही।
कार्यक्रम की अध्यक्ष गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रो. आरकेएस डागर ने कहा कि स्क्वैश यंग भारत की युवा पीढ़ी का लोकप्रिय खेल बनता जा रहा है। उत्तराखंड ओलम्पिक एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी डॉ. डीके सिंह ने कहा कि खेलो को लेकर देश तथा प्रदेश में एक नया बदलाव देखने को मिल रहा है। आयोजन समिति के सभापति एवं उत्तरांचल स्क्वैश रैकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय वर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि वह समय अब दूर नहीं, जब स्क्वैश में उत्तराखंड राज्य देश का सिरमौर होगा। सीमित संसाधनों के साथ भी स्क्वैश के खिलाड़ियों का प्रदर्शन सराहनीय है।
विशेष मुख्य सचिव खेल एवं आईपीएस अमित सिन्हा ने नेशनल गेम्स के बाद से खिलाड़ियों को और अधिक बेहतर संसाधन, सुविद्याएं तथा आयोजन के अवसर प्रदान करने की बात दोहराई।
उत्तराखंड स्क्वैश ओपन चैम्पियनशिप 2025 की ओपन कैटीगरी के पुरूष वर्ग के एकल ग्रुप में तमिलनाडू के अरिहन्त केएस विजेता बने, जबकि पुरूष वर्ग में 35 आयु वर्ग में दिल्ली के धर्मेन्द्र वेनवॉल, 45 आयु वर्ग में चण्डीगढ के सौरभ नायर, 55 आयु वर्ग में दिल्ली के अमित गुप्ता तथा अंडर 9 आयु वर्ग में दिल्ली के अंगद सिंह विजयी रहे। महिला वर्ग के एकल ग्रुप के अंडर 11 आयु वर्ग में कर्नाटक की नैना आनन्द, 13 आयु वर्ग में हरियाणा की छवि पंचाल, 15 आयु वर्ग में दिल्ली की अन्या सूद, 17 आयु वर्ग में दिल्ली की काशवी मंगल तथा 19 आयु वर्ग में यूपी की उन्नति त्रिपाठी विजयी रही। बालक वर्ग के अंडर 11 आयु वर्ग में दिल्ली के नक्षत्र गंगवानी, 13 आयु वर्ग मे महाराष्ट्र के ऋषभ श्याम, 15 आयु वर्ग में विवान सागर, 17 आयु वर्ग में यूपी के राघव वशिष्ट, 19 आयु वर्ग में राजस्थान के सुभाष चौधरी विजयी रहे।
मैचों का संचालन एवं निर्णायक मंडल में हसरत, हरिओम त्रिपाठी, विशाल राणा, पोरस गुप्ता, अंकित श्रीवास्तव, देवाषीयांग, सायरिल, नसीमुद्दीन, धीरज सिंह पटेल, हरिनारायण, कमल छाबा, एसके साकिल, दीक्षान्ता आदि के निर्देशन में संचालित हुए।
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