बैशासी पर्व खालसा जन्मदिन के रूप में मनाया
हरिद्वार, 20 अप्रैल (हि.स.)। प्रेमनगर चौक स्थित निर्मल विरक्त कुटिया के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में रविवार को बैसाखी खालसा जन्म दिवस के रूप में मनाया गया।
बाबा सुखा सिंह करनाल वाले की ओर से आयोजित कार्यक्रम में एथल, दिनसरपुर, सहदेवपुर, लालढांग, ऋषिकेश और स्थानीय क्षेत्रों से हजारों की संख्या में संगत गुरुद्वारे पहुंचे और श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के आगे माथा टेका।
इस दौरान कथावाचक ज्ञानी मंजीत सिंह देहरादून वाले ने कथा, कविशर जत्था सुखदेव सिंह अमृतसर वाले ने कविताएं और भाई गुरवंत सिंह हजूरी रागी तख्त श्री हजूरी रागी ने कीर्तन सुनाकर संगत को निहाल किया।
इस अवसर पर बाबा सुल्तान सिंह लाड़ी ने बैसाखी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दशम पिता गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ चलाकर जुल्म के खिलाफ लड़ना सिखाया। खालसा दिवस बहुत पवित्र दिन है। सभी के धर्म का सम्मान करो। बाबा पंडत ने कहा कि ऐतिहासिक गुरुद्वारे में प्रत्येक वर्ष बैसाखी धूमधाम से मनाई जाती है। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए गुरु गोबिंद सिंह का पूरा परिवार शहीद हुआ।
इस अवसर पर सूबा सिंह ढिल्लो, हरविंदर सिंह, उज्जल सिंह, सतपाल सिंह, मंजीत सिंह, कुलविंदर सिंह, हरपाल सिंह, नैनी महेंद्रू, हरमीत कौर, रणवीर सिंह, राजेंद्र सिंह, रोशन सिंह, सुखविंदर सिंह, हरपाल सिंह, सोनू सिंह, हरजीत सिंह, लखविंदर सिंह आदि हजारों श्रद्धालु उपस्थित थे।