हरियाणा के नूंह जिले से गुरुग्राम में फैली हिंसा के संबंध में पुलिस ने लगभग 37 एफआईआर दर्ज की हैं और 79 लोगों की गिरफ्तार किया है।
गुरुग्राम की पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन ने गुरुवार को यह जानकारी दी। नूंह दंगे के गुरुग्राम तक फैलने के एक हफ्ते बाद जिले में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गुरुग्राम में पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
रामचंद्रन ने गुरुग्राम में दर्ज मामलों की जानकारी देते हुए कहा कि हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है। अब तक 37 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 79 को गुरुग्राम पुलिस की विभिन्न टीमों ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन ने कहा कि 93 लोगों के खिलाफ निवारक कार्रवाई की गई, जिनमें से 80 को जमानत पर रिहा कर दिया गया। सोहना इलाके से भी 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया और नफरत फैलाने वाले भाषण से संबंधित दो एफआईआर भी दर्ज की गईं।
यह भी बताया कि नूंह दंगों में घायल हुए गुरुग्राम पुलिस के छह अधिकारियों में से दो का अभी भी एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके अलावा, सांप्रदायिक झड़पों की गहन जांच सुनिश्चित करने के लिए, सेक्टर-57 के इमाम मोहम्मद साद हत्या मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
ज्ञात हो कि 31 जुलाई को नूंह में एक जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया था। नूंह में इंटरनेट सेवाएं अभी भी बंद हैं।
पुलिस आयुक्त ने आगे कहा कि गुरुग्राम में पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है और पुलिस को प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया गया है। फरार लोगों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन ने कहा कि नूंह हिंसा और गुरुग्राम तक फैली झड़पों में दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित सात लोगों की मौत हो गई थी। हमने जनता से नूंह झड़पों के बीच गैरकानूनी गतिविधियों और नफरत भरे भाषण में शामिल नहीं होने की अपील की है। गलत गतिविधियों में शामिल पाए जाने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी।