खतौली। जनपद में गौवंश की सुरक्षा को लेकर चल रही सभी योजनाए व इंतज़ाम उस वक्त कागज़ी नजर आये जब खतौली में एक साथ पांच गोवंश की मालगाड़ी से कटकर दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा आवारा घूम रहे गोवंश पशुओं द्वारा चारे की तलाश में रेलवे ट्रैक को पार करते समय हुआ है। हादसा शुक्रवार की देर रात्रि का है। जनपद में इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी खतौली रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। सुबह सवेरे भाजपा नेता अनिल पुंडीर व गौरी शंकर गौरी तथा मीडियाकर्मियों द्वारा खबर को प्रमुखता से सोशल मीडिया पर वायरल करने व स्थानीय प्रशासन को घटना की जानकारी देने के बाद स्थानीय प्रशासन ने मामले की सुध ली और नगरपालिका की टीम को मौके पर भेजकर गोवंशों के शवों को रेलवे ट्रैक से उठवाकर जमीन में दबवाया गया।
खतौली कोतवाली क्षेत्र में दिल्ली-देहारदून रेलवे लाइन पर जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन की लापरवाही बेजुबान जानवर भुगत रहे हैं। जिस तरह से जनपद में आये दिन आवारा पशुओं की मौत हो रही है, यह कहीं ना कहीं जिला प्रशासन की लापरवाही मानी जा रही है।
आपको बता दें खतौली में शुक्रवार की रात्रि पांच गौवंशों की मालगाड़ी से कटकर दर्दनाक मौत हो गयी। इस दर्दनाक हादसे के बाद भी खतौली रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी पुलिस व स्थानीय प्रशासन ने सुबह तक घटना की कोई सुध नहीं ली। रेलवे लाइन पर मालगाड़ी से कटकर पांच पशुओं की मौत की सूचना पर भाजपा नेता अनिल पुंडीर व गौरी शंकर गौरी और मीडियाकर्मी मौके पर पहुंचे और तहसील प्रशासन को घटना से अवगत कराया। उसके बाद नगरपालिका टीम के मौके पर पहुंचने के बाद पशुओं के शवों को जेसीबी द्वारा उठवाकर जमीन में दबाने का काम शुरू कराया। मालगाड़ी से गौवंशों की टक्कर पर रेलवे ट्रैक के कुछ पार्ट्स भी बिखरे पड़े दिखाई दिये। जिन्हें रेलवे कर्मचारियों द्वारा मौके पर पहुंचकर ठीक किया गया।
खतौली रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी पुलिस इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद मौके पर नहीं पहुंची, जबकि घटना सोशल मीडिया पर वायरल व स्थानीय प्रशासन व रेलवे कर्मचारियों को भी मिल गई, लेकिन जीआरपी पुलिस उसके बाद भी घटनास्थल पर नहीं पहुंची। लोेगों ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर भी आये दिन घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन जीआरपी पुलिस इन घटनाओं में भी ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेती है।