गौशालाएं बनेंगी प्राकृतिक खेती की पाठशालाएं : गोसेवा आयोग अध्यक्ष
गौशालाएं बनेंगी प्राकृतिक खेती की पाठशालाएं
बरेली, 2 मई (हि.स.) । गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में मण्डल स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में गौशालाओं को प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में विकसित करने पर जोर दिया गया। साथ ही, बायोगैस संयंत्र लगाने और स्वयं सहायता समूहों को इससे जोड़ने की योजना पर चर्चा हुई।
अध्यक्ष ने कहा कि गौशालाएं केवल आश्रय स्थल नहीं, बल्कि खेती को पुनर्जीवित करने का साधन बनें। किसानों को गोवंश वितरित करने, वृक्षारोपण और पशुओं के लिए रेडियम बेल्ट लगाने के निर्देश दिए गए। ग्राम खनगवां श्याम की संचालिका को गोबर उत्पादों के उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया।
बैठक में बताया गया कि मण्डल में 621 गौशालाएं संचालित हैं, जिनमें 60,347 पशु संरक्षित हैं, जबकि 22 वृहद गौ संरक्षण केन्द्र निर्माणाधीन हैं। भूसे की व्यवस्था दान व टेंडर के माध्यम से की जा रही है। इस अवसर पर आयोग उपाध्यक्ष महेश शुक्ल, सदस्यगण, जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।