राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जी-20 समिट की 9 से 10 सितंबर को बैठक होने जा रही है। बैठक को सफल बनाने के लिए मोदी सरकार तैयारियों में जुटी हुई है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्रियों द्वारा ‘क्या करें और क्या ना करें’ के बारे में बताया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दो दिवसीय आयोजन के दौरान गणमान्य विदेशी मेहमानों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। मंत्रियों से कहा गया है कि वे अपने सरकारी वाहनों को छोड़कर भारत मंडपम और अन्य बैठक स्थलों तक पहुंचने के लिए शटल सेवा का इस्तेमाल करें।

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने उनसे जी-20 इंडिया मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के साथ बातचीत के दौरान इसके अनुवाद और अन्य विशेषताओं का बेहतर इस्तेमाल करने को कहा। जी-20 मोबाइल ऐप में सभी भारतीय भाषाओं के साथ ही जी-20 देशों की भाषाओं के हाथों-हाथ अनुवाद करने की विशेषता है।

अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नेताओं सहित विश्व के करीब 40 नेताओं के नौ-10 सितंबर को होने वाले शिखर सम्मेलन में भाग लेने की तैयारी के बीच विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने मंत्रियों को प्रोटोकॉल और संबंधित मामलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचने वाले विश्व के नेताओं के स्वागत की जिम्मेदारी कुछ मंत्रियों का दिए जाने की उम्मीद है।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री एस पी एस सिंह बघेल ने मंगलवार को नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के दिल्ली पहुंचने पर उनका स्वागत किया। करीब एक घंटे तक चली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक से पहले अनौपचारिक बातचीत के दौरान मंत्रियों को बताया गया कि शिखर सम्मेलन भारत और उसकी वैश्विक छवि के लिए कितना महत्वपूर्ण है।

 

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