9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी को भव्य रूप से सजाया गया है। इस मेगा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दुनिया भर से गणमान्य लोग दिल्ली पहुंचना शुरू हो गए हैं।
मौजूदा कैबिनेट में विदेशी प्रतिनिधि सांसदों और मंत्रियों के अलावा, जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज में देश के कुछ पूर्व वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे। सूत्रों ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज में आमंत्रित किया गया है। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल रात कोलकता से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगी। इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी रात्रिभोज में शामिल होने वाले हैं।
हालांकि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने कहा कि शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी20 रात्रिभोज में वह स्वास्थ्य संबंधी कारणों से शामिल नहीं होंगे। जनता दल (सेक्युलर) सुप्रीमो ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को इस बारे में पहले ही बता दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘मैं जी20 शिखर सम्मेलन की शानदार सफलता की कामना करता हूं।”
इतना हीनहीं देश के कई दिग्गज बिजनेसमैन को भी आमंत्रित किया है जिसमें उद्योगपति मुकेश अंबानी, गौतम अडानी के साथ ही टाटा संस के एन चंद्रशेखरन, बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और भारती एयरटेल के संस्थापक-अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल समेत करीब 500 बड़े कारोबारियों को रात्रिभोज के लिए न्योता मिला है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो और जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा उन प्रमुख नेताओं में से हैं जो देश की राजधानी में कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे हैं।
विशेष रूप से, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सप्ताहांत शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। हालाँकि, शिखर सम्मेलन में चीन का प्रतिनिधित्व चीनी प्रधान मंत्री ली कियांग करेंगे, और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस का प्रतिनिधित्व करेंगे।
यह पहली बार है कि G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत कर रहा है। भारत की परंपरा और ताकत को दर्शाने के लिए व्यापक तैयारियां चल रही हैं। जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों में नाइजीरिया, अर्जेंटीना, इटली, एयू (कॉम्रोस द्वारा प्रतिनिधित्व), और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। बांग्लादेश, यूनाइटेड किंगडम, जापान सऊदी अरब, कोरिया गणराज्य, मिस्र, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, चीन, संयुक्त अरब अमीरात, ब्राजील, इंडोनेशिया, तुर्की स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, मैक्सिको, यूरोपीय संघ, सिंगापुर।
G20 शिखर सम्मेलन के अंत में G20 नेताओं की घोषणा को अपनाया जाएगा, जिसमें संबंधित मंत्रिस्तरीय और कार्य समूहों के दौरान चर्चा की गई और सहमति व्यक्त की गई प्राथमिकताओं के प्रति नेता की प्रतिबद्धता बताई जाएगी। भारत ने पिछले साल नवंबर में G20 की अध्यक्षता संभाली थी, और G20 की अगली अध्यक्षता अगले साल ब्राजील को सौंपी जाएगी, उसके बाद 2025 में दक्षिण अफ्रीका को सौंपी जाएगी।