जोधपुर। देश में जी-20 समिट ने भारत की विश्व में अलग पहचान बनाई है। जहां, विश्व के विभिन्न देशों के राष्ट्रध्यक्षों व प्रमुखों ने भागीदारी निभाई। अब जी-20 समिट के सफल आयोजन के बाद एक बार विश्व के मसाला व्यापारी भारत आएंगे व भारतीय मसालों का जायका लेंगे। भारतीय मसालों के अन्तरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने व भारतीय मसाला व्यापारियों के लिए नए अवसर पैदा करने के उद्देश्य से 15 से 17 सितम्बर तक मुम्बई में वर्ल्ड स्पाइस कांग्रेस (विश्व मसाला कांग्रेस) आयोजित की जाएगी। केन्द्रीय उद्योग व वाणिज्य मंत्रालय के अधीन भारतीय मसाला बोर्ड की ओर से इस अन्तरराष्ट्रीय कांग्रेस में भारत सहित प्रदेश के मसालों को व्यापार के लिए अलग मंच मिलेगा। इस समिट में विश्व के 70 से अधिक देशों के प्रमुख मसाला व्यापारी, अन्तरराष्ट्रीय मसाला संगठनों के पदाधिकारी भाग लेंगे।
भारत को दुनिया का मसाले का कटोरा कहा जाता है। यह कई गुणवत्तापूर्ण, दुर्लभ और औषधीय मसालों का उत्पादन करता है। मारवाड़ में जीरा, सोंफ, मैथी, लाल, सरसों, रायड़ा, मिर्च आदि बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा है। ये मसाले क्वालिटी में भी उत्तम है। इस वजह से इन मसालों की दुनियाभर में मांग बढ़ी है। धनिया, कलौंजी, खसखस आदि मसालों का बहुतायत में उत्पादन हो रहा है। मसाला कांग्रेस में राजस्थान से करीब 60 व जोधपुर से 25 से अधिक प्रमुख मसाला व्यापारी, मसाला संगठनों के पदाधिकारी, निर्यातक भाग लेंगे।
यह मसाला कांग्रेस राजस्थान विशेषकर जोधपुर के मसाला व्यापारियों-निर्यातकों के लिए मील का पत्थर होगी। निश्चित ही इस आयोजन से प्रदेश के मसाला व्यापार को नया मंच मिलेगा व व्यापार बढ़ेगा।
यह मसाला कांग्रेस मारवाड़ के लिए जीरा व्यापार के लिए अच्छी साबित होगी। यहां बेस्ट क्वालिटी का जीरा उत्पादन होता है।