नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) की मदद से राष्ट्रीय राजधानी के वांछित बदमाशों में से एक दीपक ‘बॉक्सर’ को मैक्सिको में गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि विशेष प्रकोष्ठ का एक दल अभी मैक्सिको में है और उसने बदमाश को पकड़ लिया है। अधिकारियों ने बताया कि दीपक को दो दिन के भीतर भारत लाया जाएगा।
इसके बाद विशेष प्रकोष्ठ के प्रमुख एक संवाददाता सम्मेलन कर मामले से जुड़ी विस्तृत जानकारी देंगे। दिल्ली में रोहिणी अदालत परिसर में बदमाश जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या के बाद दीपक, ‘गोगी गिरोह’ चला रहा था। दो हमलावरों ने 24 सितंबर 2021 को गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हमलावर भी मारे गए थे। दीपक बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या के सिलसिले में वांछित था, जिसकी पिछले साल 23 अगस्त को उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गोगी-दीपक ‘बॉक्सर’ गिरोह के ‘शार्पशूटर’ अंकित गुलिया ने कथित तौर पर गुप्ता की हत्या की थी। दीपक ने फेसबुक पर गुप्ता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी और कहा था कि प्रतिद्वंद्वी टिल्लू गिरोह के साथ निकटता के कारण उसकी हत्या की गई। उन्हें शक था कि गुप्ता ने फज्जा के बारे में पुलिस को सूचना दी थी, जो 2021 में एक मुठभेड़ में मारा गया था।
पुलिस के अनुसार, दीपक ने देश से भागने के लिए फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था। उसने रवि अंतिल के नाम पर कोलकाता से मैक्सिको की उड़ान भरी। पुलिस ने दीपक की गिरफ्तारी में मदद करने वाली सूचना देने पर तीन लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी। गोगी को सात साल पहले हरियाणा में पुलिस हिरासत से मुक्त कराने पर दीपक सुर्खियों में आ गया था। वह दो साल पहले यहां गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में पुलिस कर्मियों पर हुए हमले में भी शामिल था और उसने फज्जा को पुलिस हिरासत से भगाने में मदद की थी। वांछित अपराधी फज्जा 28 मार्च 2021 को रोहिणी इलाके के एक फ्लैट में विशेष प्रकोष्ठ के एक दल के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया था। फज्जा 25 मार्च को यहां के एक सरकारी अस्पताल में मुठभेड़ के बाद हिरासत से फरार हो गया था।