आंदोलन का दूसरा दिन : बिजली विभाग बनी भैंस, पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने हंसते हुए बजाई बीन
कहा- 150 करोड़ खा गई बिजली विभाग की भैंस,आधा दर्जन संगठनों ने दिया समर्थन
झांसी, 24 मई (हि.स.)। बुन्देलखण्ड बिजली जनआक्रोश आन्दोलन का दूसरा दिन गहमागहमी भरा व नाटकीय रहा। शनिवार को आन्दोलन के दौरान मुख्य रूप से वक्ताओं ने बिजली विभाग के आरडीएसएस के अर्न्तगत 150 करोड़ रूपया खर्च कर बिजली विभाग को बदहाल स्थिति पहुॅचाने के लिए जिम्मेदार ठहराने के लिए रहा। पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि यह आन्दोलन कोई पार्टी विशेष का नहीं । ये जन – जन का और सर्वदलीय आन्दोलन है और इसमें जनता की सहभागिता बढ़ रही है। उन्होंने कहा बिजली विभाग इस तरह हो गया है जैसे भैंस के आगे बीन बजाओ, भैंस खड़ी पगुराये। बिजली विभाग कुछ भी सुनने के लिए तैयार ही नहीं है। उन्होंने कहा बिजली विभाग की भैंस एक सौ पचास करोड़ रूपये का चारा खा गयी है और कुछ भी पता नहीं चल रहा है कि एक सौ पचास करोड़ का चारा चला कहां गया है।
उन्होंने कहा कि अगर इतना पैसा ईमानदारी से खर्च किया गया होता तो आज ये दिन देखने को नहीं मिलते। बुन्देलखण्ड इससे पहले कभी इतना बिजली पानी के लिए बदहाल नहीं रहा जितना इस वर्ष बिजली और पानी की किल्लत झेल रहा है।
सभा को संबोधित करते हुए पूर्व शहर अध्यक्ष इम्तियाज़ हुसैन, विवेक बाजपेयी, व्यापारी नेता मुकेश अग्रवाल, अखिलेश गुरूदेव, टेक्सबार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर राय, गहोई वैश्य समाज के सरपंच प्रकाश गुप्ता अध्यक्ष न्याय अधिकार बीएल भास्कर, सीडी लिटौरिया, आप जिलाध्यक्ष अरशद खान, शहर अध्यक्ष मनोज गुप्ता, बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्त रधुराज शर्मा, भरत राय, वैभव बटटा, बीएसपी के उत्कर्ष साहू, हरीश लाला, दिनेश भार्गव, अनिल कश्यप, विजय लक्ष्मी अयर, बिटटू सिंह कुशवाहा, युथप जैन पिंकी, मुन्नी देवी अहिरवार, आशिया सिददीकी, चौधरी परवेज, चौधरी फरहान, बालेन्द्र नायक, राजपाल बुन्देला, प्रदुम्न सिंह, मनीष दुबे और प्रजापति पार्टी के अध्यक्ष पंकज रावत ने एक सुर में ये बात कही कि बिजली विभाग की भैंस एक सौ पचास करोड़ रूपया चर गयी और स्थिति में कोई सुधार नहीं है। बिजली और पानी जनता के लिए दो मूलभूत सुविधाएं है और जनता का पेट झूठे वादों से भरा जा रहा है। जनता दम तोड़ रही है और सरकार अपने मद में मस्त है। उसे जनता की परेशानियों की कोई फिक्र नहीं है लेकिन हम जनता के प्रतिनिधि हैं। हम अपना कर्तव्य अवश्य निभायेंगे। जब तक हालात नहीं सुधरते हैं हम सब अपना आन्दोलन जारी रखेंगे।
इस आन्दोलन में पूर्व जिलाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह पारीछा, भरत राय, जगमोहन मिश्रा, हरीश लाला, एड. दीपक निम, युथप सर्राफ, शफीक अहमद मुन्ना, मुन्नी देवी अहिरवार, रईस अहमद, आशिया सिददीकी, शैलेश चतुर्वेदी, हरवंश लाल, पार्वती चौधरी, शैलेन्द्र कुमार, प्रदीप नाथ, राजकुमार फौजी, नफीस मकरानी आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
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