प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को पंजाब के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता भारत भूषण आशु को निविदा ‘घोटाले’ से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
आशु (53) को यहां संघीय एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के बाद हिरासत में लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि आशु सवालों का ठीक से जवाब नहीं दे रहे थे जिसकी वजह से उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों के मुताबिक, कांग्रेस नेता को शुक्रवार को एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किए जाने की उम्मीद है जहां ईडी पूछताछ के लिए उनकी हिरासत दिए जाने का अनुरोध करेगी।
गिरफ्तार करने के बाद आशु को देर शाम एजेंसी नियमित चिकित्सा जांच के लिए सरकारी अस्पताल ले गई। हालांकि, कांग्रेस नेता ने ईडी कार्यालय के बाहर खड़े पत्रकारों से बात नहीं की।
आशु पंजाब के पूर्व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। उन्होंने पंजाब विधानसभा में लुधियाना (पश्चिम) का प्रतिनिधित्व किया है।
इस मामले में आशु को पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया था। एक साल बाद अगस्त 2023 में ईडी ने आशु, लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रमन बालासुब्रमण्यम और कुछ अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की।
धनशोधन की जांच राज्य सरकार की 2021 की परिवहन और श्रम कार्टेज नीति से संबंधित पंजाब सतर्कता ब्यूरो की प्राथमिकी और फर्जी व्यक्तियों को भूखंडों के आवंटन के संबंध में लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ‘‘घोटाले’’ से संबंधित शिकायतों से जुड़ी है।
ईडी के अनुसार, निविदाएं ‘‘उन ठेकेदारों को आवंटित की गईं जिन्होंने केंद्रीय सतर्कता आयोग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंगला के माध्यम से मंत्री (आशु) से संपर्क किया था।