झारखंड के साहिबगंज जिले के विभिन्न इलाकों में 1250 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध खनन किया गया है।
इस बात का खुलासा ईडी ने वन विभाग, प्रशासन, खनन विभाग और प्रदूषण नियंत्रण के अफसरों के साथ जिले के विभिन्न इलाकों में अवैध खनन की जांच के लिए चलाए गए 20 ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर किया है।
गुरुवार को ईडी की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में इससे संबंधित ब्योरा दिया गया है। बताया गया है कि ज्वाइंट इंस्पेक्शन ऑपरेशन के दौरान 23.26 करोड़ क्यूबिक फीट अवैध खनन की जानकारी मिली है, जिसका अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 1250 करोड़ रुपये है।
ईडी ने कहा है कि जांच में यह खुलासा हो चुका है कि इस अवैध माइनिंग के कारोबार का किंगपिन पंकज मिश्रा है, जिसे वर्ष 2022 में 17 जुलाई को गिरफ्तार किया जा चुका है और वह तब से जेल में बंद है।
गौरतलब है कि पंकज मिश्र झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का करीबी रहा है। सीएम ने उसे अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में विधायक प्रतिनिधि नामित कर रखा था। प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध माइनिंग के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस में 3 जनवरी को झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल और राजस्थान में एक दर्जन ठिकानों पर की गई छापेमारी में हुई बरामदगी का ब्योरा भी प्रेस विज्ञप्ति में दिया गया है।
इसमें बताया गया है कि साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव के कैंप कार्यालय से 7.25 लाख रुपये सहित कुल अन्य ठिकानों से 36.99 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है। डीसी के आवासीय परिसर से 9 एमएम बोर के 19 कारतूस, .380 एमएम के 2 कारतूस और.45 पिस्टल का खाली खोखा मिला है।
तलाशी अभियान के दौरान 30 बेनामी बैंक खातों का पता चला, जिन्हें फ्रीज कर दिया गया है। ईडी ने बताया कि झारखंड में व्यापक पैमाने पर अवैध खनन के सिलसिले में पूर्व में 51 ठिकानों पर छापेमारी की जा चुकी है।