दिल्ली विश्‍वविद्यालय शिक्षक संघ (DUTA) वर्ष के लिए बुधवार को चुनाव हुए। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक शिक्षकों ने वोट डाले। इसके बाद 6 बजकर 30 मिनट वोटो की गिनती शुरू हो गई। डूटा कार्यकारिणी (duta executive) में नियुक्त 15 सदस्यों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। वहीं अध्यक्ष पद के लिए गिनती जारी है।

अभी तक डूटा कार्यकारिणी का जो परिणाम घोषित हुआ है, उसमें एनडीटीएफ शिक्षक संगठन (NDTF Teachers Organization) के पांचों उम्मीदवार विजयी घोषित किए गए। इसमें डॉ.कमलेश रघुवंशी, डॉ.चमन सिंह, अदिति नारायणी पासवान, डॉ. आकांक्षा खुराना विजयी रहे हैं।

इनके अलावा जीतने वाले अन्य उम्मीदवार डॉ.त्रियम्बक चुंबक को 6929 मत, डॉ. आभादेव 6918 डॉ.अमित सिंह, 6816 डॉ.रुद्रशीष चक्रवर्ती 5688, डॉ.सुधांशु कुमार 5264, डॉ.एन .सचिन 5197, डॉ.देवनंदन 4939, डॉ.बिमलेंद्र तीर्थंकर 4769, डॉ.आनंद प्रकाश 4517, डॉ.अनिल कुमार को 4296 और डॉ.संजीव कौशल को 4109 मत मिले। बाकी 6 सदस्य की बुरी तरह हार हुई। इसमें एक डीटीएफ व एक एएडीटीए का उम्मीदवार हार गया।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ.हंसराज सुमन ने बताया कि अध्यक्ष पद की पहले राउंड में डॉ.अजय भागी को 1548 व डॉ.आदित्य मिश्रा को 1516 वोट मिले है, अभी दूसरे राउंड की गिनती जारी है । डूटा चुनाव में एनडीटीएफ व डेमोक्रेटिक यूनाइटेड के बीच सीधा मुकाबला है। अध्यक्ष पद के लिए एनडीटीएफ की ओर से दयालसिंह कॉलेज में रसायन विज्ञान के प्रोफेसर ए.के.भागी हैं। वहीं डेमोक्रेटिक यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन की ओर से अरबिंदो कॉलेज के शिक्षक डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा चुनाव मैदान में है।

एक दशक बाद सबसे अधिक वोट पड़े

एक दशक बाद विश्‍वविद्यालय व कॉलेजों में स्थायी नियुक्ति व पदोन्नति होने के कारण सबसे अधिक वोट पोल हुई। 9,565 सदस्यों में से बुधवार को हुए डूटा चुनाव में 8187 शिक्षकों ने अपने वोट डाला। इस तरह 85 फीसदी शिक्षकों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।

डेमोक्रेटिक यूनाइटेड टीचर्स अलायंस का गठन

फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस के चेयरमैन डॉ.हंसराज सुमन ने बताया है कि इस बार के चुनाव में युवा शिक्षकों व जो एडहॉक से स्थायी शिक्षक बने हैं। उन्होंने अपने वोट का अधिक प्रयोग किया है। दिल्ली विश्‍वविद्यालय में कई विपक्षी शिक्षक संगठनो ने शिक्षक संघ (डूटा) चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक यूनाइटेड टीचर्स अलायंस का गठन किया है। इस गठबंधन ने डूटा अध्यक्ष पद के लिए डॉ. आदित्य नारायण मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है।

BJP-RSS की विचारधारा वाले उम्मीदवार के खिलाफ बाकी शिक्षक एकजुट

आदित्य नारायण आम आदमी पार्टी के शिक्षक विंग से जुड़े हैं। आम आदमी पार्टी से जुड़े होने के बावजूद उन्हें कांग्रेस, वाम दलों वह अन्य विपक्षी शिक्षक संगठनों का समर्थन हासिल है। वहीं दिल्ली विश्‍वविद्यालय शिक्षक संघ के मौजूदा अध्यक्ष फिर से अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे प्रोफेसर ए.के. भागी भाजपा समर्थक हैं। यानी शिक्षक संघ चुनाव में भाजपा-आरएसएस की विचारधारा वाले उम्मीदवार के खिलाफ बाकी शिक्षक एकजुट हो गए हैं।

कैसे होती है चुनाव की प्रक्रिया

डूटा के मौजूदा अध्यक्ष और उसके कार्यकारिणी के सदस्यों के द्वारा चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति और चुनाव की तारिख तय की जाती है। इसके बाद चुनाव अधिकारी चुनाव की अधिसूचना जारी करते हैं। सबसे पहले सभी प्रत्याशी नामिनेशन करते हैं, फिर स्क्रूटनी होती है और उसके बाद बैलेट नमंबर डिसाइड किया जाता है। इसके बाद ही चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होती है।

 

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