गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को एअर इंडिया की उड़ान एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने रविवार को पुष्टि की कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद कर लिया गया है, जिससे इस हादसे के पीछे संभावित कारण की पहचान करने में मदद मिलेगी। इस हादसे में विमान में सवार 241 लोगों सहित कुल 270 लोग मारे गए थे। ताजा अपडेट के अनुसार डीएनए जांच करके परिवार को शव सौंपे जा रहे हैं।

डीएनए जांच से रूपाणी समेत 80 मृतकों की पहचान हुई

अहमदाबाद में एअर इंडिया की उड़ान एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के तीन दिन बाद अस्पताल अधिकारियों ने डीएनए मिलान के माध्यम से 80 लोगों की शिनाख्त कर ली है, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी नाम भी शामिल है। दुर्घटना में 270 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 33 लोगों के शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। रूपाणी उन 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में शामिल थे जो लंदन के लिए रवाना एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई-171 में सवार थे। यह विमान बृहस्पतिवार को उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। गुजरात सरकार ने सोमवार को रूपाणी के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है। राजकोट में शाम को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा

मेडिकल कॉलेज के पांच छात्रों समेत 29 अन्य लोगों की भी मौत

लंदन जा रहे विमान बोइंग 787-8 (एआई 171) में यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो गई। विमान में सवार लोगों में से केवल एक व्यक्ति ही दुर्घटना में बच पाया। घटना में मेडिकल कॉलेज के पांच छात्रों समेत 29 अन्य लोगों की भी मौत हो गई। अतिरिक्त सिविल अधीक्षक डॉक्टर रजनीश पटेल ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘डीएनए मिलान के माध्यम से अब तक कुल 80 मृतकों की पहचान की गई है।

 33 के शव उनके संबंधित परिवारों को सौंप दिए गए

 इनमें से 33 के शव उनके संबंधित परिवारों को सौंप दिए गए हैं।’’ जिन लोगों के शव सौंपे गए, वे अहमदाबाद, वडोदरा, खेड़ा, बोटाद और अन्य स्थानों से ताल्लुक रखते थे। सरकारी बी. जे. मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. पटेल ने बताया कि घटना में घायल हुए 51 लोगों में से 38 को छुट्टी दे दी गई है, जबकि 13 का अब भी इलाज हो रहा है। बी.जे. मेडिकल कॉलेज जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धवल गमेती के अनुसार, दुर्घटना स्थल से लगभग 270 शव अहमदाबाद सिविल अस्पताल लाए गए।

विमान दुर्घटना में मारे गए सभी 230 यात्रियों के परिवारों से संपर्क किया गया 

राज्य राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने संवाददाताओं को बताया कि विमान दुर्घटना में मारे गए सभी 230 यात्रियों के परिवारों से संपर्क किया गया है। पांडे ने कहा, ‘‘केवल तीन यात्रियों के सदस्यों ने अब तक अपने डीएनए नमूने नहीं दिए हैं क्योंकि वे विदेश में रहते हैं। उनके कल शाम तक पहुंचने की उम्मीद है। पार्थिव शरीर के साथ हम परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र भी सौंप रहे हैं ताकि बाद में उन्हें किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़े।’’

दुर्घटना के कारणों की गहन जांच हो रही हैं

 वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) दुर्घटना के कारणों की गहन जांच कर रहा है। राज्य पुलिस सहित विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार की एजेंसियां ​​मेघाणीनगर में दुर्घटना स्थल पर एएआईबी टीम की सहायता कर रही हैं। सूत्रों ने बताया कि केंद्र द्वारा गठित उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति की पहली बैठक सोमवार को नयी दिल्ली में होगी। केंद्र सरकार ने शनिवार को विमान दुर्घटना के ‘‘मूल कारण’’ का पता लगाने और इसमें योगदान देने वाले किसी भी कारक – जैसे यांत्रिक विफलता, मानवीय त्रुटि और नियामकीय अनुपालन – का आकलन करने के लिए एक उच्चस्तरीय बहु-विषयक समिति का गठन किया था।

तीन महीनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया 

गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाली इस समिति को तीन महीनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ समन्वय करने के लिए 230 टीम गठित की गई हैं। जारी प्रयासों के तहत मृतकों के परिवारों के साथ समन्वय करने के लिए 230 टीम का गठन किया गया है। अहमदाबाद अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जांच अधिकारियों की सहायता के लिए रविवार को तीन प्रतिनिधिमंडलों ने दुर्घटना स्थल का दौरा किया, जिसमें कुछ विदेशी भी शामिल थे।

इस बीच, एअर इंडिया ने रविवार को कहा कि वह विमान दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए टाटा समूह की अन्य कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है। विमान कंपनी ने एक बयान में यह भी कहा कि यात्रियों के परिवार के 400 से अधिक सदस्य अहमदाबाद पहुंच चुके हैं और उनकी विभिन्न टीम मदद कर रही हैं। स्थिति का आकलन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा ने रविवार को दुर्घटनास्थल और सिविल अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने घटनाक्रम की जानकारी ली और घायलों से बातचीत की। राज्य सरकार के अधिकारियों ने मिश्रा को इस दुर्घटना के घटनाक्रम से अवगत कराया, जो दशकों में देश की सबसे भीषण विमानन दुर्घटना है। मिश्रा घायलों का हालचाल जानने के बाद अस्पताल के मुर्दाघर पहुंचे।

मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इस त्रासदी की गंभीरता से बहुत दुखी हूं। हर कोई दुखी है। पीड़ितों के दुख को साझा करना और अपनी भावनाएं व्यक्त करना हमारा कर्तव्य है।’’ अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) आयुक्त बी. निधि पाणि ने कहा कि ‘ब्लैक बॉक्स’ की बरामदगी जांच प्रक्रिया का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। शहर के पुलिस आयुक्त जी.एस. मलिक ने भी रविवार सुबह दुर्घटना स्थल का दौरा किया।

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